हैदराबाद :तमिलनाडु के कुन्नूर हेलीकॉप्टर हादसे में सीडीएस बिपिन रावत व उनकी पत्नी मधुलिका सहित कुल 13 लोगों की मौत हो गई. जनरल बिपिन रावत की दो बेटियों ने अपने माता-पिता को एक साथ खो दिया, जिसका दुःख उन्हें जीवन भर सालता रहेगा. वहीं 11 अन्य जवानों के परिवारों पर भी दुःखो का पहाड़ टूट पड़ा है.
इन सभी की असामयिक मृत्यु से परिवार दुःखी
हेलीकॉप्टर दुर्घटना में सीडीएस जनरल बिपिन रावत, मधुलिका रावत (बिपिन रावत की पत्नी), ब्रिगेडियर एल एस लिद्दरले. कर्नल हरजिंदर सिंह, एनके गुरसेवक सिंह, एनके जितेंद्र कुमार, लांस नायक विवेक कुमार, लांस नायक बी साई तेजा, हवलदार सतपाल सहित हेलीकॉप्टर उड़ा रहे ग्रुप कैप्टन पीएस चौहान और स्क्वाड्रन लीडर कुलदीप की मृत्यु हो गई. इस हादसे में सिर्फ ग्रुप कैप्टन वरूण सिंह जिंदा बचे हैं, जिनका इलाज चल रहा है.
आंध्र के साई तेजा
आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले के मूल निवासी लांस नायक साई तेजा चित्तूर जिले के कुराबाला मंडल के येगुवरेगाड़ा गांव के रहने वाले थे. वे सीडीएस जनरल बिपिन रावत के निजी कर्मचारियों में से एक थे. लांस नायक साई तेजा 2013 में भारतीय सेना की बेंगलुरु रेजिमेंट में शामिल हुए और उन्हें पैरा कमांडो के रूप में प्रशिक्षित किया गया. वह हाल ही में सीडीएस के निजी स्टाफ में शामिल हुए थे. उनके परिवार में पत्नी श्यामला, बेटी दर्शिनी और पुत्र मोक्षगना हैं.
आगरा के परिवार ने खोया इकलौता बेटा
हेलीकॉप्टर हादसे में यूपी के आगरा का बेटा पृथ्वी सिंह चौहान भी शहीद हुए हैं. पृथ्वी सिंह ही इस हेलीकॉप्टर के पायलट थे. पृथ्वी के युद्ध कौशल की वायुसेना कायल थी. सूडान में विशेष ट्रेनिंग लेने के बाद पृथ्वी की गिनती वायुसेना के जाबांज पायलट्स में होती थी. आगरा में उनके घर पर रिश्तेदारों का जमावड़ा लगा है. वे परिवार के इकलौते सपूत थे. हालांकि भारतीय वायुसेना की तरफ से अभी तक उन्हें अधिकारिक सूचना नहीं मिली है लेकिन परिवार में पसरा मातम इस दुःखद सूचना की पुष्टि करता है.
हिमाचल ने भी खोया अपना लाल