नई दिल्ली : एक साल से अधिक समय से चीनी सेना के साथ सैन्य गतिरोध के बीच भारतीय सेना ने अपना बुनियादी ढांचा विकसित कर लिया है.
बता दें कि वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के साथ लद्दाख सेक्टर और अन्य क्षेत्रों में बनाए गए आवासों में अब बड़ी संख्या में सैनिकों को समायोजित करने की क्षमता है. इसकी वजह से अब लद्दाख में कड़ाके की ठंड में सैनिकों को कुशलता से कार्य करने में किसी तरह की बाधा उत्पन्न नहीं हाेगी.
बता दें कि यहां कभी-कभी तापमान शून्य से 45 डिग्री नीचे चला जाता है.
चीन के साथ सैन्य गतिरोध के बीच भारतीय सेना ने पिछले 12 महीनों में अगले पांच वर्षों के नियोजित कार्य को पूरा कर लिया है. अनुमान के मुताबिक, भारत और चीन दोनों ने इस साल की शुरुआत में पूर्वी लद्दाख सेक्टर में एक-दूसरे के सामने 50,000 से अधिक सैनिकों को तैनात किए थे.