बेंगलुरु : भारत एक मजबूत राष्ट्रीय अंतरिक्ष प्रक्षेपण (ट्रांसपोर्टेशन) नीति लाने की योजना बना रहा है जो एक तकनीकी और नियामक मार्ग बनाएगी ताकि क्षेत्र में निजी तंत्र उन्नति कर सके.
अंतरिक्ष विभाग (डीओएस) के अनुसार, वैश्विक स्तर पर प्रक्षेपण सेवाएं प्रदान करने में निजी एजेंसियों की भागीदारी बढ़ी है और उनमें से कुछ प्रक्षेपण सेवाओं के लिए वाणिज्यिक बाजार में महत्वपूर्ण हिस्सेदार बन गए हैं. इसमें कहा गया है कि भारत एक ऐसी स्थिति का उद्भव भी देख रहा है, जिसमें अंतरिक्ष क्षेत्र में निजी हिस्सेदारों का लक्ष्य वैश्विक बाजार के लिए छोटे उपग्रह लांचर विकसित करके छोटे उपग्रह प्रक्षेपण सेवाओं की व्यावसायिक क्षमता का दोहन करना है.
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