बांकुरा:पश्चिम बंगाल के बांकुरा में एक ऐसा प्रतिभावान छात्र है जो कभी यहां के गली मोहल्ले में सजावटी सामान बेचा करता था लेकिन आज वह भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) खड़गपुर में बीटेक की पढ़ाई करेगा. 20 वर्षीय छोटन कर्मकार फेरी लगाकर दिन भर की मेहनत के बाद पढ़ाई भी करता था. इन सबके बाद भी छोटन ने जेईई में सफलता हासिल की.
वह निम्न-मध्यम वर्गीय परिवार का सदस्य है. उसने गांव के सरकारी माध्यमिक विद्यालय में पढ़ाई की और एक निजी ट्यूटर की मदद के बिना पढ़ाई की. छोटन ने देश के क्रीमी लेयर के लिए निर्धारित कोटा के बारे में कभी नहीं सोचा होगा. छोटन बांकुरा जिले के शालटोरा के सुदूर गांव पबरा के रहने वाला है. वह अपने पिता कनई कर्मकार के साथ रहता है. उसके पिता भी एक फेरीवाला है जबकि मां गृहिणी है.