नई दिल्ली : आईईटी व एनआईटी में प्रवेश के लिए होने वाली 'जेईई' परीक्षा अब नेशनल टेस्टिंग एजेंसी यानी एनटीए नहीं कराएगा. यह परीक्षा अब जेईई एपेक्स बोर्ड (जेएबी) करवाएगा. केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने एपेक्स बोर्ड की संरचना और गठन के संबंध में एक अधिसूचना जारी की है. जेईई मेन के स्कोर के आधार पर 32 एनआईटी और जेईई एडवांस्ड के आधार पर देशभर की 26 आईआईटी में दाखिला होगा.
गौरतलब है कि जेईई में 12 लाख से अधिक छात्र शामिल होते हैं. आईआईटी में दाखिले के लिए 'जेईई मेन' में मेरिट हासिल करने वाले छात्र 'जेईई एडवांस्ड' की परीक्षा देते हैं. 'जेईई एडवांस्ड' परीक्षा में अच्छा स्कोर करने वाले छात्रों को आईआईटी में दाखिला मिलता है, जबकि एनआईटी में 'जेईई मेन' के रिजल्ट के आधार पर दाखिला होता है.
अभी तक यह दोनों एग्जाम करवाने की जिम्मेदारी एनटीए की थी. लेकिन केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की पहल के बाद अब एनटीए यह परीक्षाए नहीं करवाएगा. शिक्षा मंत्रालय ने इन परीक्षाओ के लिए नए बोर्ड का गठन किया है. यह नया बोर्ड ही आगे से आईआईटी और एनआईटी के लिए एंट्रेंस टेस्ट कराएगा.
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा गठित किए गए इस बोर्ड का नाम जेईई एपेक्स बोर्ड है. बीएचयू के कुलपति प्रोफेसर एसके जैन को इस बोर्ड का चेयरमैन बनाया गया है. प्रोफेसर एसके जैन जहां इस बोर्ड के अध्यक्ष हैं, वहीं सदस्यों के तौर पर इसमें आईआईटी बॉम्बे, आईआईटी गुवाहाटी, आईआईआईटी लखनऊ, आईआईटी मद्रास, एनआईटी राउरकेला, एनआईटी सुरतकल, आईआईआईटी हैदराबाद, आईआईटीएम ग्वालियर के डायरेक्टर, मध्य प्रदेश, असम, मणिपुर, महाराष्ट्र, यूपी, पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज, सीबीएसई के चेयरमैन, एनआईसी, एनटीए और सी-डैक के डायरेक्टर जनरल व एमओई के एडिशनल सेक्रेटरी और ज्वाइंट सेक्रेटरी शामिल किए गए हैं.