अहमदाबाद : गुजरात के हीरा व्यापारियों को उम्मीद है कि उन्हें इस बार टैक्स में रियायत दी जाएगी. सूरत में 4,000 से अधिक छोटी और बड़ी हीरा इकाइयां हैं, जिनमें पांच लाख से अधिक श्रमिक कार्यरत हैं. दुनिया में 10 हीरों में से नौ सूरत में काटे और पॉलिश किए जाते हैं.
हीरा व्यापारियों को सरकार से उम्मीद है कि उन्हें कर में छूट दी जाएगी, छोटे व्यापारियों को प्रोत्साहन दिया जाएगा. इसके अलावा उन्हें अत्याधुनिक मशीनरी के लिए अनुदान मिलने की उम्मीद है.
सरकार से यह भी अपेक्षा की जा रही है कि वह हीरा कामगारों के लिए आवासीय योजनाएं शुरू करे, काम के घंटे कम करे और निर्यात बढ़ाएगी.
हीरा व्यापारियों ने सरकार से कोविड महामारी को ध्यान में रखते हुए इन उपायों को लाने का आग्रह किया है.
उन्हें उम्मीद है कि सरकार निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किए जाने वाले बजट में हीरा व्यापरियों के लिए विशेष राहत पैकेज का एलान करेगी. सूरत डायमंड एसोसिएशन ने सरकार के समक्ष मांगों की एक सूची भी रखी है.
इस संबंध में सूरत डायमंड एसोसिएशन के अध्यक्ष सावजी भरोलिया ने कहा कि सरकार को ग्रामीण गुजरात में हीरा उद्योग स्थापित करना चाहिए, ताकि हीरा श्रमिकों को शहरी क्षेत्रों में पलायन न करना पड़े और वे अपने गांवों में आजीविका कमा सकें.
उन्होंने कहा कि कोविड महामारी ने हीरा उद्योग की कमर तोड़ दी है और हीरे के श्रमिकों को एक दयनीय स्थिति में धकेल दिया है.
सरकार को बजट में उनके लिए विशेष पैकेज की घोषणा करनी चाहिए. सरकार को हीरा इकाइयों में इस्तेमाल होने वाली मशीनरी पर सब्सिडी देनी चाहिए.
बैंक लोन में राहत
वहीं, दूसरी ओर सूरत डायमंड एसोसिएशन के सचिव दामजी मवानी ने कहा, 'हम सरकार से बजट में बैंक ऋण में छूट पेश करने की उम्मीद करते हैं. बैंकिंग क्षेत्र में हीरा उद्योग की नकारात्मक धारणा है. सरकार को इस धारणा को सकारात्मक में बदलना चाहिए.