लखनऊ : यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक के समापन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि पिछली सरकारों में दंगे होते थे, कर्फ्यू लग जाते थे और लोग कोई पर्व और त्योहार नहीं मना पाते थे.
अगर दंगा नहीं हुआ तो प्रशासन के लोग अजीब शर्त लगा देते थे कि होली नहीं मना पाएंगे. दीपावली पर आतिशबाजी नहीं करेंगे. कांवड़ यात्रा में नहीं जा पाएंगे और जाएंगे तो डीजे नहीं बजाएंगे. योगी ने आरोप लगाते हुए कहा कि तब वर्ग विशेष के पर्व और त्योहारों को मनाने के लिए लाल कालीन बिछाई जाती थी लेकिन जब भी हिंदू पर्व और त्योहार आते थे तो उसे प्रतिबंधित कर दिया जाता था.
उन्होंने कहा कि प्रदेश की जेलों और थानों में एक ही पर्व श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मनाया जाता था और सपा-बसपा दोनों सरकारों ने इसे प्रतिबंधित कर दिया. जब हम लोग आए तो सबसे पहला पर्व आया कांवड़ यात्रा और प्रशासन के लोगों ने कहा कि छह राज्यों के लोग आते हैं और अगर यात्रा हुई तो दंगा हो जाएगा. मैंने कहा कि मैं क्यों बैठा हूं यहां, उसी दंगे को रोकने के लिए आए हैं.
यह चिंता तुम्हें नहीं करनी है, प्रदेश की 24 करोड़ जनता की सुरक्षा का दायित्व हमारे ऊपर है और कांवड़ यात्रा होगी. हमने कह दिया कि हम कांवड़ यात्रा नहीं रोकेंगे. सभी त्योहार मनाए जाएंगे. योगी ने आरोप लगाया कि सपा-बसपा को शासन का मौका मिला लेकिन इन लोगों ने अपने घर को भरा.
इनके लिए परिवार ही पार्टी थी और ये अपने परिवार से बाहर नहीं निकल पाए और प्रदेश को लावारिस छोड़ दिया. 15 वर्षों में कुछ लोगों ने उप्र की दिशा बदल दी, तकदीर बदल दी और पहचान समाप्त कर दी. लेकिन भाजपा के नेतृत्व की सरकार ने मात्र साढ़े चार वर्ष के अंदर प्रदेश को फिर से उसके गौरव की ओर अग्रसर कर उसकी पहचान दिलाने का कार्य किया है.
अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को पुन: सफलता दिलाने की जिम्मेदारी युवाओं को सौंपते हुए योगी ने कहा कि प्रदेश की 24 करोड़ आबादी है और इसमें छह करोड़ युवा हैं. इन छह करोड़ युवाओं को कैसे जोड़ेंगे, अभी से तैयारी करिए और बूथ से लेकर ऊपर तक सम्मेलन करिए. आपको कोई ताकत सफलता से रोक नहीं पाएगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सबके सामने 2022 चुनौती है क्योंकि 2022 का चुनाव उत्तर प्रदेश की तकदीर लिखेगा.