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हरिद्वार धर्म संसद हेट स्पीच मामले में तीसरी गिरफ्तारी, दिनेशानंद भारती अरेस्ट

हरिद्वार धर्म संसद हेट स्पीच मामले (Haridwar Dharma Sansad hate speech case) में हरिद्वार पुलिस ने दिनेशानंद भारती उर्फ सागर सिंधु महाराज को गिरफ्तार किया है. फिलहाल हरिद्वार पुलिस दिनेशानंद भारती भारती को हरिद्वार कोतवाली में कागजी कार्रवाई के रखी हुई है.

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Published : Apr 27, 2022, 7:13 PM IST

Updated : Apr 27, 2022, 7:42 PM IST

हरिद्वार : उत्तराखंड में धर्म संसद के दौरान हेट स्पीच पर सुप्रीम कोर्ट ने सख्त रुख अपनाया है. सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद हरकत में आई हरिद्वार पुलिस ने मामले में तीसरी गिरफ्तारी की है. इस मामले में हरिद्वार पुलिस ने दिनेशानंद भारती उर्फ सागर सिंधु महाराज को गिरफ्तार किया है. बता दें कि 26 अप्रैल को सुनवाई के दौरान उत्तराखंड और हिमाचल में आयोजित धर्म संसद के दौरान दिए गए भड़काऊ भाषणों के खिलाफ दायर याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने दोनों राज्यों की सरकारों को फटकार लगाई थी. साथ ही अदालत ने दोनों सरकारों से 9 मई तक जवाब दाखिल करने को कहा है.

हेट स्पीच मामले में तीसरी गिरफ्तारी :काली सेना के राज्य संयोजक स्वामी दिनेशानंद भारती उर्फ सागर सिंधु महाराज को धर्मनगरी हरिद्वार धर्म संसद में हेट स्पीच मामले (Haridwar Dharma Sansad hate speech case) में हरिद्वार पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इससे पहले 13 जनवरी की 2022 को हरिद्वार पुलिस जितेंद्र नारायण त्यागी उर्फ वसीम रिजवी की गिरफ्तारी कर चुकी है. वहीं, 15 जनवरी 2022 को पुलिस ने स्वामी यति नरसिंहानंद गिरि को गिरफ्तार किया था. हालांकि, इस मामले में यति नरसिंहानंद गिरि को जमानत मिल गई है. लेकिन, जितेंद्र नारायण त्यागी उर्फ वसीम रिजवी अभी भी जेल में बंद हैं. फिलहाल, हरिद्वार पुलिस दिनेशानंद भारती भारती को हरिद्वार कोतवाली में कागजी कार्रवाई के रखी हुई है.

हरिद्वार धर्म संसद हेट स्पीच मामले में तीसरी गिरफ्तारी

ये है पूरा मामलाःहरिद्वार में 17 से 19 दिसंबर के बीच धर्म संसद का आयोजन किया गया था, जिसमें एक विशेष समुदाय के खिलाफ कुछ आपत्तिजनक बयान दिए गए थे. ये बयान सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुए थे, जिसके बाद इन वायरल वीडियो के आधार पर कई लोगों ने शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी के खिलाफ 23 दिसंबर को हरिद्वार शहर कोतवाली में मामला दर्ज कराया था.

वहीं, इसी वीडियो के आधार पर हरिद्वार के ज्वालापुर थाना क्षेत्र के रहने वाले नदीम ने वसीम रिजवी के खिलाफ हरिद्वार शहर कोतवाली में तहरीर दी थी, जिसके आधार पुलिस ने वसीम रिजवी के खिलाफ IPC की धारा 153ए, 298 में मुकदमा दर्ज किया था. इसके बाद विवेचक ने इन मुकदमे में संत धर्मदास, साध्वी अन्नपूर्णा भारती, स्वामी यति नरसिंहानंद व सागर सिंधु महाराज के नाम बढ़ाए थे. मामले की जांच एसआईटी कर रही है. अभी तक नरसिंहानंद पर 5 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं. वसीम रिजवी, यति नरसिंहानंद गिरि और दिनेशानंद भारती उर्फ सागर सिंधु महाराज गिरफ्तार भी हो चुके हैं.

पढ़ें :SC का उत्तराखंड के CS को निर्देश: रुड़की धर्म संसद में कोई भड़काऊ भाषण न हो

यति नरसिम्हानंद समेत 5 लोगों के खिलाफ FIR:उन्होंने बताया था कि इस मामले में 5 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है जिनमें वसीम रिजवी, जिन्होंने पिछले महीने हिंदू धर्म अपनाने के बाद जितेंद्र नरायण त्यागी नाम रख लिया है, साधवी अन्नपूर्णा धर्मदास, संत सिंधु सागर और धर्म संसद के आयोजक और गाजियाबाद के डासना मंदिर के मुख्य पुजारी यति नरसिंहानंद गिरि शामिल हैं.

दूसरी तरफ, हरिद्वार के रुड़की के डाडा जलालपुर गांव में संतों द्वारा हिन्दू महापंचायत (Hindu Mahapanchayat) का ऐलान करने के बाद से पुलिस ने सख्ती दिखानी शुरू कर दी है. पुलिस ने महापंचायत का आयोजन करने वाले 9 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. इसमें से संत दिनेशानंद भारती की गिरफ्तारी मंगलवार रात ही कर ली गई थी. बुधवार को अधिकारियों सहित क्षेत्र में करीब 500 पुलिसकर्मी तैनात कर दिए गए हैं. हालांकि, क्षेत्र में शांति बनी हुई है. गांव में स्कूल भी खुले हैं और शादी के आयोजन भी आराम से हो रहे हैं. गांव के 5 किमी के क्षेत्र में प्रशासन द्वारा धारा 144 लगाई गई है.

रुड़की महापंचायत को लेकर 9 गिरफ्तारी

ये है मामलाः16 अप्रैल 2022 की रात हनुमान जयंती के अवसर पर डाडा जलालपुर गांव में शोभायात्रा निकाली जा रही थी. शोभायात्रा के दौरान कुछ युवकों में किसी बात को लेकर विवाद हो गया, जिसके बाद एक पक्ष ने शोभायात्रा पर पथराव कर दिया था. पथराव में कई लोग घायल हो गए थे. बवाल इतना बढ़ गया था कि एक कार सहित दो बाइक को भी आग के हवाले कर दिया गया था. शोभायात्रा पर पथराव करने वाले 12 नामजद और चालीस अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था. इसमें अभी तक 14 लोगों को पुलिस गिरफ्तार भी कर चुकी है. वहीं बवाल के बाद कुछ संतों ने गांव में जाने का प्रयास किया था, लेकिन पुलिस द्वारा उन्हें रोक दिया गया था.

वहीं, दो दिन पहले कुछ संतों द्वारा 27 अप्रैल को गांव में हिन्दू महापंचायत करने का ऐलान किया गया था. लेकिन पुलिस प्रशासन ने सख्ती दिखाते हुए महापंचायत को होने से रोक दिया है और महापंचायत के आयोजन में शामिल 9 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस का कहना है कि किसी को भी महापंचायत करने की अनुमति नहीं दी गई है, जो कोई भी कानून का उल्लंघन करेगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल क्षेत्र में शांति बनी हुई है और भारी पुलिसबल तैनात कर दिया गया है.

प्राचीन शिव मंदिर पर महापंचायतःडाडा जलालपुर में संतों ने 27 अप्रैल को महापंचायत करने की चेतावनी प्राचीन शिव मंदिर पर दी थी. लेकिन पुलिस प्रशासन ने मंदिर के बाहर भारी पुलिसबल को तैनात किया है. साथ ही वहां की गतिविधियों पर नजर बनाए हुए हैं.

स्कूली छात्रा ने की अपीलः डाडा जलालपुर गांव में आम दिनों की तरह माहौल बना हुआ है. गांव में स्कूल भी खुले हैं और शादी समारोह का आयोजन भी हो रहा है. लेकिन इस समय स्कूल के छात्र-छात्राओं में भय का माहौल बना हुआ है. स्कूली छात्रा लुबिना ने बताया कि स्कूल में 242 बच्चे पढ़ते हैं, लेकिन इस घटना के बाद से स्कूल में 30 से 35 बच्चे ही स्कूल पहुंच रहे हैं.

Last Updated : Apr 27, 2022, 7:42 PM IST

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