रोहतक: तीन सप्ताह की फरलो खत्म होने के बाद डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को कड़ी सुरक्षा के बीच रोहतक की सुनारिया जेल (Ram Rahim returned to Sunaria Jail) लाया गया. हालांकि राम रहीम को शाम तक सुनारिया जेल पहुंचाया जाना था, लेकिन सुरक्षा कारणों के चलते दोपहर में ही गुरुग्राम से रवाना होकर रोहतक की सुनारिया जेल में पहुंचा दिया गया है. बता दें कि गुरमीत राम रहीम को पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच सुनारिया जेल में पहुंचाया गया है. गौरतलब है कि हरियाणा जेल प्रशासन ने गत 7 फरवरी को राम रहीम की 3 सप्ताह की फरलो मंजूर की थी. फरलो 27 फरवरी को खत्म होने के बाद सोमवार को राम रहीम को फिर से जेल में ले जाया गया.
हरियाणा पुलिस सोमवार सुबह कड़ी सुरक्षा के बीच डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को गुरुग्राम से लेकर रोहतक रवाना हुई. रास्ते में भी सुरक्षा के कड़े इंतजाम देखे गए. राम रहीम को लेकर पुलिस की गाड़ी करीब 11.50 बजे जेल परिसर के अंदर दाखिल हुई. सुरक्षा कारणों से जेल परिसर के आसपास कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के अलावा जेल के पास वाले रास्ते पर नाकेबंदी भी की गई थी.
बता दें कि हरियाणा सरकार की ओर से राम रहीम को दिए गए फरलो के फैसले के खिलाफ (Ram Rahim furlough case) हाई कोर्ट में याचिका भी दायर की गई है. पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट (Punjab Haryana High Court Chandigarh) ने हरियाणा सरकार से जवाब तलब किया है. बता दें कि फरलो की अवधि के दौरान राम रहीम गुरुग्राम के आश्रम में रहा. हालांकि, राम रहीम को कहीं भी आने-जाने की इजाजत नहीं थी. राम रहीम को फरलो के दौरान जेड प्लस सिक्योरिटी भी दी गई थी.
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राम रहीम की फरलो का विरोध, हाईकोर्ट में याचिका
पंजाब में समाना निर्वाचन क्षेत्र से राज्य विधानसभा चुनाव में 56 साल के निर्दलीय उम्मीदवार परमजीत सिंह सोहाली ने राम रहीम को मिली फरलो के खिलाफ हाई कोर्ट में याचिका दायर की. याचिका में दलील दी गई कि पंजाब में विधानसभा चुनाव के समय डेरा प्रमुख राम रहीम को फरलो दिए जाने से पंजाब में शांति भंग होने की आशंका है. याचिका में कहा गया, पंजाब के कुछ क्षेत्रों में 'डेरा' का प्रभाव है. याचिकाकर्ता ने कहा, डेरा प्रमुख की रिहाई से पंजाब विधानसभा चुनावों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा.
कई बार मिल चुकी है पैरोल
बता दें कि राम रहीम को अब तक कई बार पैरोल मिल चुकी है. पिछले साल 12 मई को डेरा प्रमुख को इलाज के लिए हॉस्पिटल में एडमिट किया गया था. इलाज के दौरान ही राम रहीम ने गुरुग्राम में अपनी बीमार मां से भी मुलाकात की थी. इसके बाद जून, 2021 में राम रहीम को दोबारा पीजीआईएमएस लाया गया था. इलाज के लिए राम रहीम को एक अन्य मौके पर 6 जून को गुरुग्राम के मेदांता मेडिसिटी में भर्ती किया गया था.
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क्या है पूरा मामला-
दुष्कर्म और हत्या मामले में सजायाफ्ता डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को 25 अगस्त, 2017 को रोहतक की सुनारिया जेल लाया गया था. पंचकूला की सीबीआई कोर्ट में पेशी के दौरान व्यापक पैमाने पर हिंसा हुई थी. इसके बाद हेलीकॉप्टर के जरिए उसे सुनारिया जेल लाया गया. 28 अगस्त को जेल परिसर में ही सीबीआई की विशेष अदालत में सीबीआई जज जगदीप सिंह ने राम रहीम को दो साध्वियों का यौन शोषण मामले में 10-10 साल की सजा सुनाई थी. जनवरी, 2019 में सीबीआई की विशेष अदालत ने पत्रकार रामचंद्र छत्रपति हत्याकांड में भी राम रहीम को दोषी करार दिया. इस मामले में राम रहीम को उम्रकैद की सजा सुनाई गई. अक्टूबर, 2021 में एक अन्य मामले में डेरा के पूर्व प्रबंधक रणजीत सिंह की हत्या मामले में भी राम रहीम को उम्रकैद की सजा हुई.