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चोकसी के प्रत्यर्पण को डोमिनिका सरकार से बात कर रही सरकार : विदेश मंत्रालय

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Published : Jun 17, 2021, 8:04 PM IST

मेहुल चोकसी कानूनी प्रक्रिया से बचने के लिए चार जनवरी 2018 को भारत से फरार हो गया. इसके बाद उसने 2017 में कैरेबियाई द्वीपीय देश एंटीगुआ और बारबूडा की नागरिकता ली. पिछले महीने 23 मई को चोकसी संदिग्ध परिस्थितियों में एंटीगुआ से लापता हो गया था.

मेहुल चोकसी
मेहुल चोकसी

नई दिल्ली:विदेश मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को कहा कि सरकार भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी के जल्द प्रत्यर्पण अथवा उसे सौंपे जाने को लेकर डोमिनिका की सरकार से सक्रिय संवाद बनाये हुए हैं ताकि उसे अपने देश में न्याय के कटघरे में खड़ा किया जा सके.

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने साप्ताहिक प्रेस वार्ता में संवाददाताओं से कहा कि मेहुल चोकसी अभी डोमिनिका में हिरासत में है और वहां उसके खिलाफ कानूनी प्रक्रिया चल रही है. उन्होंने कहा कि सरकार चोकसी के जल्द प्रत्यर्पण अथवा उसे सौंपे जाने को लेकर डोमिनिका की सरकार से सक्रिय संवाद बनाये हुए हैं ताकि उसे अपने देश में न्याय के कटघरे में खड़ा किया जा सके.

बागची ने कहा कि डोमिनिका की सरकार को मेहुल चोकसी के भारत में आपराधिक आरोपों से जुड़े मामलों एवं भारतीय नागरिकता से जुड़े विषयों के बारे में बताया गया है.

डोमिनिका की मजिस्ट्रेट अदालत ने चोकसी के कैरिबियाई द्वीपीय देश में कथित अवैध तरीके से प्रवेश करने के मामले की सुनवाई 25 जून तक के लिये स्थगित कर दी है.

गौरतलब है कि मेहुल चोकसी के खिलाफ भारत में धोखाधड़ी का मामला चल रहा है. भगोड़े हीरा कारोबारी चोकसी के खिलाफ डोमिनिका की अदालत में कानूनी कार्यवाही चल रही है. चोकसी को एंटीगुआ और बारबुडा से रहस्यमयी तरीके से गायब होने के बाद 24 मई को डोमिनिका में अवैध प्रवेश के मामले में गिरफ्तार किया गया था.

मेहुल चोकसी कानूनी प्रक्रिया से बचने के लिए चार जनवरी 2018 को भारत से फरार हो गया. इसके बाद उसने 2017 में कैरेबियाई द्वीपीय देश एंटीगुआ और बारबूडा की नागरिकता ली. पिछले महीने 23 मई को चोकसी संदिग्ध परिस्थितियों में एंटीगुआ से लापता हो गया था. बाद में उसे डोमिनिका से पकड़ा गया जहां वह अवैध तौर पर प्रवेश के लिए गिरफ्तार किया गया और अदालती कार्यवाही का सामना कर रहा है.

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सीबीआई ने पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) घोटाले में अपनी जांच में पता लगाया है कि भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी के स्वामित्व वाली कंपनियों ने कथित रूप से फर्जी वचन पत्रों (लेटर्स ऑफ अंडरटेकिंग) और विदेशी साख पत्रों (फॉरेन लेटर्स ऑफ क्रेडिट) का इस्तेमाल कर पीएनबी से 6,344.96 करोड़ रुपये हासिल किये.

पढ़ें:भारत से क्यों भागा मेहुल चोकसी, सीबीआई ने दी जानकारी

सीबीआई ने पिछले सप्ताह मुंबई में एक विशेष अदालत में पूरक आरोपपत्र में ये बातें कही हैं. एजेंसी ने कहा कि पीएनबी के कर्मचारियों ने कथित रूप से चोकसी से हाथ मिलाकर बैंक के साथ धोखाधड़ी की.

पीटीआई

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