कोलकाता : पश्चिम बंगाल के राज्यपाल और तृणमूल कांग्रेस सरकार के बीच टकराव की बात कोई नहीं रह गई है. राज्य सरकार को लगता है कि केंद्र सरकार राज्यपाल के पद का इस्तेमाल राज्य सरकार के खिलाफ एक बड़े हथियार के रूप में कर रही है. इसी के मद्देनजर डीएमके नेता और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन (Tamil Nadu Chief Minister MK Stalin) ने बीजेपी के खिलाफ एकजुट होकर लड़ने का आह्वान किया है. इसके तुरंत बाद, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (West Bengal CM Mamata Banerjee) ने एकजुट लड़ाई के लिए अपना समर्थन जताने के लिए उन्हें फोन किया.
बताया जा रहा है कि इस संबंध में उन्होंने गैर भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों को एक साथ आने और इस संबंध में आगे कदम उठाने की सलाह दी है. इसी कड़ी में दोनों मुख्यमंत्रियों ने बुधवार शाम को लंबी बातचीत की. उसके बाद तमिलनाडु के सीएम ने गुरुवार को फोन पर हुई बातचीत को सोशल मीडिया पर शेयर किया है. स्टालिन के ट्विटर मैसेज के अनुसार, माननीय पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और ममता के अधिकारी ने गैर-भाजपा शासित राज्यों में राज्यपाल के अलोकतांत्रिक कामकाज के खिलाफ हमारी पहल के लिए अपनी एकजुटता और प्रशंसा व्यक्त करने के लिए फोन पर मुझसे बात की और सुझाव दिया कि सभी विपक्षी मुख्यमंत्रियों को बैठक कर आगे की कार्रवाई तय करनी चाहिए.