नई दिल्ली : सरकार ने मंगलवार को दवा उद्योग के लिए उत्पादन आधारित प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना से जुड़े परिचालन दिशानिर्देश जारी किए. इस पहल का उद्देश्य क्षेत्र में निवेश और उत्पादन बढ़ाकर भारत की विनिर्माण क्षमताओं को बढ़ाना है.
रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि औषधि विभाग ने दवा उद्योग के लिए उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना को मंजूरी दी. इसके तहत 15,000 करोड़ रुपये के व्यय की मंजूरी दी गई है.
इसमें कहा गया है, 'इसमें उन इकाइयों को वैश्विक चैंपियन बनाने की परिकल्पना की गई है जिनमें अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग करके आकार और पैमाने में बढ़ने की क्षमता है...'
कंपनियां कर सकती हैं आवेदन
मंत्रालय के अनुसार दवा उद्योग और सरकार से जुड़े संबद्ध पक्षों के साथ व्यापक विचार-विमर्श के आधार पर योजना के लिए परिचालन दिशानिर्देश तैयार किए गए हैं. इस दिशानिर्देश को मंगलवार को जारी कर दिया गया है. योजना के तहत कंपनियां अब आवेदन दे सकती हैं.
बयान में कहा गया है कि आवेदकों के वित्त वर्ष 2019-20 के वैश्विक विनिर्माण राजस्व के आधार पर तीन समूह में आवेदन आमंत्रित किए गए हैं. इस योजना के तहत एमएसएमई के लिए एक अलग श्रेणी रखी गई है.