नई दिल्ली : 18 सितंबर से 22 सितंबर तक संसद का विशेष सत्र है. संसद की कार्यवाही सुचारू रूप से चले, इसके लिए सरकार ने एक दिन पहले 17 सितंबर को एक ऑल पार्टी मीटिंग बुलाई है. संसद के इस सत्र का एजेंडा क्या होगा, इसको लेकर केंद्र की मोदी सरकार ने प्रस्तावित एजेंडा जारी किया है.
संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने बताया कि 17 सितंबर को शाम साढ़े चार बजे सर्वदलीय बैठक रखी गई है. उन्होंने कहा कि सभी नेताओं को ई-मेल के माध्यम से सूचना भेज दी गई है. साथ ही ये भी खबर है कि संसद के विशेष सत्र को लेकर एक बैठक रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के घर पर भी हो रही है.
इसमें इस सत्र में जिन एजेंडों को शामिल किया गया है, संभवतः इस पर विचार किए जाने की संभावना है. बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर भी शामिल होंगे.
अभी तक जो जानकारी मिली है, इसके अनुसार विशेष सत्र की शुरुआत तो संसद के पुराने भवन में होगी, लेकिन अगले दिन से बैठक नए संसद भवन में होगी. इसी साल 28 मई को संसद के नए भवन का उद्घाटन हुआ था. बता दें, संसद के विशेष सत्र को लेकर केंद्र की मोदी सरकार ने एक प्रस्तावित एजेंडा जारी किया है. जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक केंद्र ने बताया है कि विशेष सत्र के पहले दिन लोकसभा और राज्यसभा में 75 सालों में संसद की यात्रा पर खास चर्चा होगी. इस दरमियान संविधान सभा से लेकर आज तक संसदीय यात्रा पर बातचीत की जाएगी. वहीं, संसद के विशेष सत्र में चार विधेयकों को भी पेश किया जाएगा.
आपकों बता दे, पिछले महीने 3 अगस्त को अधिवक्ता विधेयक 2023 और प्रेस और आवधिक रजिस्ट्रेशन विधेयक 2023 को उच्च सदन यानी राज्यसभा में पारित किया गया था. अब इसे निम्न सदन यानी लोकसभा में पेश किया जाएगा. वहीं, 10 अगस्त को राज्यसभा में डाकघर विधेयक, 2023 और मुख्य चुनाव आयुक्त और अन्य चुनाव आयुक्त विधेयक, 2023 पेश किया गया था, जिस पर अब चर्चा की जाएगी.
इससे पहले विशेष सत्र के एजेंडो को लेकर अभी तक कोई भी जानकारी न होने को लेकर कांग्रेस ने मोदी सरकार पर सवाल उठाए थे. कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि एक शख्स को छोड़कर किसी को भी संसद के एजेंडे के बारे में जानकारी नहीं है. रमेश ने कहा कि इसके पहले जब भी कभी विशेष सत्र बुलाया गया है, उसके एजेंडे की जानकारी सबको होती थी.
टीएमसी नेता डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि ऐसे में जबकि संसद के विशेष सत्र होने से में बहुत समय बचे हैं, किसी को भी कोई जानकारी नहीं है कि हमलोग वहां पर किन विषयों पर चर्चा करेंगे. ब्रायन ने कहा कि अचानक ही किसी एजेंडे को थोपा नहीं जाना चाहिए, उस पर व्यापक चर्चा भी होनी चाहिए. टीएमसी नेता ने कहा कि यदि हम लोकतंत्र में जी रहे हैं, तो जानकारी सार्वजनिक की जानी चाहिए, न कि दो व्यक्तियों तक जानकारी सीमित किया जाए.
सीपीआई के नेता डी राजा ने कहा कि एजेंडे को लेकर सरकार को जानकारी देनी चाहिए ताकि इस पर गहरा विचार मंथन हो सके, यह बहुत ही आश्चर्य है कि किसी को भी इस एजेंडे की खबर नहीं है.
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