नई दिल्ली : अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रविवार को कहा कि इस साल के जी20 शिखर सम्मेलन ने साबित कर दिया है कि समूह अभी भी जलवायु संकट के साथ-साथ नाजुकता और संघर्ष के सबसे गंभीर मुद्दों का समाधान निकाल सकता है. एक्स पर एक पोस्ट के माध्यम से उन्होंने कहा कि ऐसे समय में जब वैश्विक अर्थव्यवस्था जलवायु संकट, नाजुकता और संघर्ष के ओवरलैपिंग झटके से पीड़ित है, इस साल के शिखर सम्मेलन ने साबित कर दिया कि जी20 अभी भी हमारे सबसे महत्वपूर्ण मुद्दों का समाधान निकाल सकता है.
भारत इस वर्ष 9-10 सितंबर को नई दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है. जी20 देशों ने 9 सितंबर को दिल्ली घोषणा को अपनाया गया. इसने राष्ट्रों से अंतरराष्ट्रीय कानून को बनाए रखने का आह्वान किया, जिसमें क्षेत्रीय अखंडता, अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून और शांति और स्थिरता की रक्षा करने वाली बहुपक्षीय प्रणाली शामिल है.
घोषणापत्र में टिकाऊ भविष्य के लिए हरित विकास समझौते की परिकल्पना की गई है, यह टिकाऊ विकास के लिए जीवनशैली पर उच्च स्तरीय सिद्धांतों, हाइड्रोजन के स्वैच्छिक सिद्धांतों, टिकाऊ लचीली नीली अर्थव्यवस्था के लिए चेन्नई सिद्धांतों और खाद्य सुरक्षा और पोषण पर डेक्कन सिद्धांतों का समर्थन करता है.