वाराणसी: जी-20 की बैठक के लिए वाराणसी एक बार फिर से तैयार है. अप्रैल में हुई बैठक के बाद जी-20 की दूसरी महत्वपूर्ण बैठक वाराणसी में होने जा रही है. डेवलपमेंट मिनिस्टर्स की इस कांफ्रेंस का आयोजन 11 से 13 जून तक वाराणसी में होने वाला है. इसमें हिस्सा लेने के लिए जी-20 देशों से मंत्रियों के अलावा विभिन्न विभागों के प्रमुखों के अतिरिक्त विदेशी प्रतिनिधियों और विदेशी पत्रकारों का आगमन वाराणसी में होने जा रहा है. जिला प्रशासन ने वाराणसी के चप्पे-चप्पे को चमकाने के साथ ही आने वाले मेहमानों के भव्य स्वागत की तैयारी की है.
यूपी की संस्कृति और स्वागत के तरीकों को ध्यान में रखते हुए लखनऊ और आगरा से भी ज्यादा भव्य आयोजन करने की योजना वाराणसी में की गई है. इसके लिए बीते 2 दिन तक लगातार कैबिनेट मंत्री एके शर्मा समेत कई अधिकारियों ने वाराणसी में ही डेरा डाल रखा था और तैयारियों का जायजा लेते हुए छोटी-छोटी चीजों को भी दुरुस्त करने के निर्देश दिए थे. फिलहाल मेहमानों के स्वागत से लेकर शहर को चमकाने तक का काम पूरे प्लान के साथ आगे बढ़ाया जा रहा है.
दूसरे जिलों से ज्यादा होगा भव्य आयोजनःइस बारे में जिलाधिकारी एस राजलिंगम ने बताया कि ग्रेटर नोएडा, लखनऊ, आगरा के बाद वाराणसी में होने वाली बैठक बेहद महत्वपूर्ण है. तीन दिन तक वाराणसी में इस बैठक का आयोजन होना है. इसके लिए 10 जून को ही विदेश मंत्री एस जयशंकर अपने अधिकारियों की टीम के साथ वाराणसी पहुंच जाएंगे और विदेशी मेहमानों का स्वागत भी वह खुद करेंगे.
सैकड़ों प्रतिनिधि आएंगे विदेश सेः जिलाधिकारी का कहना है कि वाराणसी में तीन दिन तक होने वाले इस आयोजन में 40 से ज्यादा विदेश मंत्रियों के आने की संभावना जताई गई है. इसके अतिरिक्त 160 विदेशी डेलीगेट्स और 100 से ज्यादा विदेशी पत्रकारों की भी टीम वाराणसी आने वाली है. इन सभी के लिए 11 जून को विशेष रात्रि भोज का इंतजाम स्टेट गवर्नमेंट की तरफ से किया जा रहा है. इसके अलावा 12 जून को इन सभी लोगों को गंगा आरती की भव्यता और गंगा घाटों की सुंदरता दिखाई जाएगी. 13 जून को सभी मेहमानों को भगवान बुद्ध की उपदेश स्थली सारनाथ ले जाया जाएगा. विदेशी मेहमानों को वाराणसी के पंडित दीनदयाल हस्तकला संकुल भी ले जाया जाएगा. जहां वह पूर्वांचल के हस्तशिल्पियों की अनूठी कलाओं से परिचित होंगे. प्रदेश की योगी सरकार विदेशी मेहमानों के स्वागत को लेकर विशेष अलग हो रखी है और लगातार मुख्यमंत्री भी इस पर निगाह बनाए हुए हैं.