नई दिल्लीःफॉरेंसिक साइंस लैबोरेट्री (एफएसएल) की टीम ने बलेनो गाड़ी की जांच के दौरान युवती के खून का नमूना नहीं पाया है. कार के अंदर युवती के बाल भी नहीं मिले. एफएसएल की टीम को कार के नीचे टायरों के पास खून के निशान मिले. वहीं, दिल्ली की रोहिणी कोर्ट ने पांचों आरोपियों को तीन दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है. क्राइम सीक्वेंस की जांच और अन्य सबूतों को इकट्ठा करने के लिए पुलिस ने पांच दिनों की रिमांड मांगी थी (FSL did not find blood stains in car in Kanjhawala case). वहीं, अब इस मामले में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है. दिल्ली पुलिस की विशेष आयुक्त शालिनी सिंह से इस संबंध में रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है.
दिल्ली पुलिस के स्पेशल सीपी, लॉ एंड ऑर्डर सागरप्रीत हुड्डा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मामले की जानकारी दी है. उन्होंने कहा कि कल (1 जनवरी) सुबह युवती की लाश मिली, जो दुखद है. अलग अलग धाराओं में केस दर्ज किया गया है और मेडिकल बोर्ड बनाया गया है. फोरेंसिक टीम की मदद ली जा रही है और पांचों आरोपी की रिमांड मिली है. उन्होंने कहा कि अभियुक्तों को तीन दिन के रिमांड में लिया गया है. पुलिस जल्द से जल्द जांच पूरी करके चार्जशीट दाखिल करेगी. सारे सबूत इकट्ठा करके अभियुक्तों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी.
सागरप्रीत हुड्डा ने कहा कि लड़की को 10 से 12 किलोमीटर तक सड़क पर घसीटा गया. इस दौरान किसी मोड़ पर शव छिटक कर गिर गया. अभी तक की पूछताछ में आरोपियों ने जो बयान दिया है, उन पर भरोसा नहीं किया जा सकता है. ऐसे में पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट समेत कई अन्य पहलुओं पर जांच कर रही है. उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल बोर्ड का गठन किया गया है. मेडिकल बोर्ड की रिपोर्ट के आधार पर ही जांच की दिशा तय होगी.