जयपुर.राजस्थान के लोक कलाकारों के लिए शुक्रवार का दिन खुशियों भरा रहा. लंबे समय से चली आ रही लोक कलाकारों की मांग पूरी हो गई. प्रदेश के लोक कलाकार अब नरेगा में गड्ढे नहीं खोदेगा, बल्कि अपने विधा में हर साल सो दिन का काम ले सकेगा. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने लोक कलाकार प्रोत्साहन योजना की शुरुआत कर दी है. इस योजना के तहत लोक कलाकारों के प्रत्येक परिवार को हर साल 100 दिन का रोजगार कला के क्षेत्र में मिलेगा. इसके साथ ही लोक कलाकारों को कला से सम्बंधित यंत्र-उपकरण खरीदने के लिए 5 हजार रुपए की सहायता दी जाएगी, हालांकि लोक कलाकार प्रत्येक परिवार के एक सदस्य की जगह प्रत्येक कलाकार को साल में 100 के काम की मांग करता रहा है.
देश में पहली बार लोक कलाकारों को प्रोत्साहन - मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि मुख्यमंत्री लोक कलाकार प्रोत्साहन योजना 2023 की शुरुआत की है. इस योजना के लागू होने के साथ ही राज्य और देश में पहली बार लोक कलाकारों और कला का प्रदर्शन करने वाले समुदायों को 100-दिन के रोज़गार की गारंटी मिली है. योजना के लागू होने के साथ कला रूपों और संस्कृति के संरक्षण में योगदान देने वाला राजस्थान पहला राज्य बना है. इस योजना से लोक कलाकारों की सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित होगी. इसके साथ उनके लिए सम्मानजनक आजीविका का मार्ग प्रशस्त होगा. यह योजना न केवल हाशिए पर रहने वाले समुदायों के लिए एक सभ्य और सम्मानजनक आजीविका सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि इससे उनके जीवंत कला रूपों को उचित मान्यता भी मिलेगी, जो कि राज्य और देश दोनों की सांस्कृतिक पहचान का पर्याय बन गए हैं. सीएम गहलोत ने कहा कि इसके अलावा, लोक कलाकार कार्ड इन समुदायों के प्रति भेदभाव से निपटने के लिए एक महत्वपूर्ण दस्तावेज बनेगा.
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