श्रीनगर: पहला जी20 शिखर सम्मेलन सोमवार को जम्मू और कश्मीर के श्रीनगर में 'आर्थिक विकास और सांस्कृतिक संरक्षण के लिए फिल्म पर्यटन' पर एक साइड इवेंट के साथ शुरू हुआ. कई देशों और अधिकारियों के प्रतिनिधियों की सभा को संबोधित करते हुए, वक्ताओं ने कश्मीर के साथ-साथ फिल्मों के साथ अपनी यादों को याद किया. जबकि G20 शेरपा अमिताभ कांत ने कश्मीर के साथ अपनी मुलाकात को रेखांकित किया जब वह एक युवा थे और यह भी कहा कि कश्मीर के दृश्य के बिना बॉलीवुड फिल्म कैसे अधूरी थी.
उन्होंने कहा कि मैंने कश्मीर का दौरा किया और भाग्यशाली था कि कश्मीर के पहलगाम में एक फिल्म की शूटिंग देखी. सुनहरे दिन थे वो दिन. उन्होंने आगे कहा कि कश्मीर में फिल्म निर्माण की काफी संभावनाएं हैं और 300 से ज्यादा फिल्मों को कश्मीर में शूट करने की अनुमति मिली है. फिल्मों की शूटिंग के लिए कश्मीर से अच्छी जगह कोई हो ही नहीं सकती. हम फिल्मों की शूटिंग और शूटिंग स्थानों में सहायता प्रदान करने और किसी भी अन्य हिस्से से फिल्म गंतव्य को कश्मीर में स्थानांतरित करने में मदद करेंगे.
भारत के कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय में राज्य मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने अपने संबोधन में बताया कि कैसे जम्मू और कश्मीर के अभिनेताओं और निर्देशकों ने बॉलीवुड में अपार योगदान दिया है. उन्होंने अपने कॉलेज के दिनों को याद करते हुए कहा कि कश्मीर में फिल्म बनाने में केएल सहगल, जीवन, ओमप्रकाश, राज कुमार और रामानंद सागर का बहुत बड़ा योगदान है. उन्होंने भारतीय सिनेमा को नई दिशा दी.