नई दिल्ली : दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) के कुलपति ने फैसला किया है कि नए बनने वाले महाविद्यालयों और केंद्रों के नाम वीर सावरकर और दिवंगत भाजपा नेता सुषमा स्वराज के नाम पर होंगे.
सूत्रों ने बताया कि यह निर्णय विश्वविद्यालय की कार्यकारी परिषद में लिया गया. सूत्रों ने बताया कि परिषद ने तीन सदस्यों- सीमा दास, राजपाल सिंह पवार और अधिवक्ता अशोक अग्रवाल की असहमति के बावजूद सहायक प्राध्यापक के चुनाव और नियुक्ति में प्रस्तावित बदलाव को मंजूरी दे दी गई.
सूत्रों ने बताया कि विश्वविद्यालय की कार्यकारी परिषद की अगस्त में हुई बैठक में फैसला किया गया. इन महाविद्यालयों या केंद्रों के नाम सुषमा स्वराज, स्वामी विवेकानंद, वीडी सावरकर और सरदार पटेल पर रखे जाएंगे.
उन्होंने बताया कि परिषद ने अटल बिहारी वाजपेयी, सावित्री बाई फुले, अरुण जेटली, चौधरी ब्रह्म प्रकाश और सीडी देशमुख का नाम सुझाया था. परिषद ने नामों पर अंतिम फैसले के लिए कुलपति को अधिकृत किया था.
यह भी पढ़ें-आखिर सावरकर के नाम से क्यों चिढ़ती है कांग्रेस, क्या भाजपा उसे चिढ़ा रही है ?
बता दें, वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज का 06 अगस्त, 2019 में निधन हो गया था. मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में उन्होंने विदेश मंत्रालय का जिम्मा संभाला था. लेकिन बीमारी की वजह से ही उन्होंने 2019 लोकसभा चुनाव से खुद को अलग रखा था. सुषमा दिल्ली की मुख्यमंत्री भी रही थीं. उन्हें दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री बनने का गौरव प्राप्त हुआ था.
(पीटीआई-भाषा)