नई दिल्ली : राज्यसभा में अशोभनीय व्यवहार के कारण तृणमूल कांग्रेस के छह सदस्यों को एक दिन के लिए निलंबित करने के बाद उन्होंने उच्च सदन की लॉबी में विरोध प्रदर्शन किया, जिससे एक द्वार का शीशा टूट गया और एक महिला सुरक्षा अधिकारी को चोट आयी. सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी.
राज्यसभा सचिवालय के सूत्रों ने बताया कि निलंबित किए जाने के बाद जब सचिवालय ने इन सदस्यों से सदन की कार्यवाही में भाग नहीं लेने को कहा तो उन्होंने राज्यसभा की गैलरी में प्रवेश करने का प्रयास किया किंतु उन्हें सुरक्षा अधिकारियों ने रोक दिया.
सूत्रों ने बताया कि इसके बाद उन सदस्यों ने केंद्रीय कक्ष के समीप गैलरी के प्रवेश स्थल पर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया और वे गाना गाने लगे.
उन्होंने बताया कि बुधवार को जब सदन की बैठक को पूरे दिन के लिए स्थगित कर दिया गया, तो निलंबित सदस्यों ने कथित रूप से जबरदस्ती राज्यसभा के सदन कक्ष में प्रवेश करने का प्रयास किया. इसी दौरान सांसद अर्पिता घोष ने लॉबी के द्वार के शीशे को कथित तौर पर तोड़ दिया जिससे सुरक्षा अधिकारी को चोट लग गई.
सूत्रों ने बताया कि इस समूची घटना के बारे में रिपोर्ट तैयार की जा रही है, जिसे राज्यसभा के महासचिव को सौंपा जाएगा. इससे पहले राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने पेगासस जासूसी मुद्दे पर तख्तियां लेकर विरोध प्रदर्शन करने को लेकर तृणमूल कांग्रेस के छह सांसदों को दिन भर के लिए निलंबित कर दिया था.
सुबह शून्यकाल में तृणमूल कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के सदस्य आसन के समीप आ गए थे और पेगासस जासूसी मुद्दे को लेकर सरकार के खिलाफ नारे लगा रहे थे। वे इस मुद्दे पर सदन में चर्चा कराए जाने की मांग कर रहे थे.