हैदराबाद : सेना से रिटायर हो चुके सैनिकों और महिला कर्मियों के लिए रक्षा मंत्रालय जल्द नई योजना शुरू करेगा. हैदराबाद में नेशनल एजेंसी फॉर एग्रीकल्चरल एक्सटेंशन एंड मैनेजमेंट (MANAZ) ने इसकी रूपरेखा तय की है. इसका नाम 'जय जवान किसान' (JAI JAWAN KISAN ) रखा गया. इस योजना को केंद्रीय रक्षा मंत्रालय ने मंजूरी दे दी है. इसके तहत सेना से रिटायर जवानों और महिला कर्मियों को खेती से जुड़ी हर चीज की जानकारी देने के लिए प्रशिक्षण शुरू किया जाएगा.
देश भर में लगभग 60,000 कर्मचारी हर साल रक्षा विभाग से सेवानिवृत्त होते हैं. सेवानिवृत्ति के समय इनकी आयु 34 से 48 वर्ष के बीच होती है. ऐसे में ज्यादातर लोग फिर नौकरी की तलाश करते हैं. नौकरी तलाशने वालों में 90 से 99 फीसदी ग्रामीण इलाकों से हैं. एक अध्ययन में ये भी सामने आया है कि इनमें से 80.60 प्रतिशत लोग गांवों में रहते हैं. हालांकि, मैनेज (राष्ट्रीय कृषि विस्तार प्रबंधन संस्थान) के अध्ययन में यह भी सामने आया है कि उनमें से अधिकांश फसल उगाना नहीं जानते हैं यही वजह है कि खेती को नहीं अपनाते हैं.
कृषि संबंधी प्रशिक्षण दिया जाएगा :इसी कमी को दूर करने और उनका रुझान खेती की ओर करने के लिए 'मैनेज' (MANAGE) ने एक रिपोर्ट तैयार की है. सरकार की ओर से इस संबंध में रक्षा मंत्रालय को पत्र लिखा गया है. मैनेज ने प्रस्ताव दिया था कि यदि रक्षा मंत्रालय सहयोग करता है तो वह सैनिकों को सेवानिवृत्ति से पहले या सेवानिवृत्ति के बाद कृषि, विपणन, कृषि उद्यमिता आदि के क्षेत्र में आधुनिक तकनीक के उपयोग पर प्रशिक्षण देगा. केंद्र सरकार ने इस प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है.