नागपुर : महाराष्ट्र में अपराध का ग्राफ बढ़ता जा रहा है. पिछले कुछ दिनों में कई बड़ी घटनाएं हुई हैं. वहीं नागपुर शहर और जिले में जून में 30 दिन में 18 लोगों की मौत हो चुकी है. इनमें से नौ घटनाएं नागपुर शहर में हुईं. जिसमें 14 लोगों की मौत हो गई. ग्रामीण नागपुर में चार लोगों की हत्या कर दी गई.
पुलिस की जांच में पता चला है कि इनमें से कुछ घटनाएं टीवी और इंटरनेट पर क्राइम शो देखने के बाद अंजाम दी गई हैं. हालांकि, पारिवारिक कलह को लेकर भी कई घटनाएं हो चुकी हैं, नागपुर पुलिस विभाग गुंडों से निपटने के लिए कई तरह की प्लानिंग पर काम कर रहा है.
15 साल के बच्चे की अपहरण के बाद हत्या
12 जून को एमआईडीसी थाना निवासी 15 वर्षीय राज पांडे का अपहरण कर लिया गया था. परिवार का परिचित सूरज रामभुज साहु ने अपहरण के बाद बच्चे की हत्या कर दी थी. पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि मृतक के चाचा से पुराने विवाद को सुलझाने के लिए आरोपी ने राज का अपहरण कर उसकी हत्या कर दी. पुलिस ने कहा कि आरोपी ने वारदात को अंजाम देने से पहले इंटरनेट पर कई क्राइम शो देखने के बाद साजिश रची थी.
एक ही परिवार के पांच सदस्यों की हत्या
22 जून को तहसील थाना निवासी आलोक मतूरकर ने अपनी भाभी से प्रेम प्रसंग के चलते अपने परिवार के पांच सदस्यों की हत्या कर दी थी. इसमें उसकी पत्नी, बेटी, बेटा, साली और सास शामिल हैं. बाद में आरोपी आलोक ने भी आत्महत्या कर ली. हैरानी की बात यह है कि आरोपी टीवी और इंटरनेट पर क्राइम शो देख कर हत्या की प्लानिंग बनाई.
जानकारी के अनुसार घटना के समय आरोपी आलोक ने पहले साली का रेप किया, फिर उसकी हत्या कर दी. ऐसे में जब सास ने विरोध जताया तो आरोपी ने उसे भी मौत के घाट उतार दिया. आरोपी यहीं नहीं रुका, वह अपने ससुराल से थोड़ी दूर पर मौजूद अपने घर गया और अपनी पत्नी विजया, बेटा साहिल और बेटी परी की हत्या कर दी. फिर उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.