लखनऊ : कोरोना के बढ़ते कहर को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में कोविड-19 के उपचार के लिए एल-2 एवं एल-3 के पर्याप्त बेड बढ़ाने के निर्देश दिए हैं.
उन्होंने कहा कि लखनऊ में तत्काल कम से कम दो हजार आईसीयू बेड की व्यवस्था की जाए. इसके बाद अगले एक सप्ताह में दो हजार अतिरिक्त कोविड बेड का प्रबन्ध भी किया जाए.
डेडिकेटेड कोविड अस्पताल पर दिया जाेर
सीएम योगी ने जिलाधिकारी लखनऊ को सभी कोविड अस्पतालों में ऑक्सीजन की निरन्तर आपूर्ति सुनिश्चित कराने के निर्देश भी दिए. सीएम योगी राजधानी लखनऊ स्थित लाेक भवन में एक उच्चस्तरीय बैठक में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि एरा मेडिकल काॅलेज, टीएस मिश्रा मेडिकल काॅलेज और इंटीग्रल मेडिकल काॅलेज को पूर्ण रूप से डेडिकेटेड कोविड अस्पताल के रूप में परिवर्तित किया जाए.
बता दें कि आज से बलरामपुर अस्पताल में 300 बेड का डेडिकेटेड कोविड अस्पताल शुरू करने की बात कही गई है.
धार्मिक स्थलों में पांच से ज्यादा लोगों का प्रवेश वर्जित
मुख्यमंत्री ने पुलिस आयुक्त लखनऊ को पब्लिक एड्रेस सिस्टम को प्रभावी ढंग से संचालित कराने के निर्देश देते हुए कहा कि धार्मिक स्थलों में पांच से अधिक लोगों को एक साथ प्रवेश की अनुमति न दी जाए.
बाजारों में व्यापारियों से बातचीत कर उनका सहयोग लेते हुए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जाए. मास्क का प्रयोग न करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाए.
मंत्री एवं प्रमुख सचिव को दी जिम्मेदारी
मुख्यमंत्री ने चिकित्सा शिक्षा मंत्री, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा, सचिव चिकित्सा शिक्षा को एरा मेडिकल काॅलेज, टीएस मिश्रा मेडिकल काॅलेज तथा इंटीग्रल मेडिकल काॅलेज में से एक-एक मेडिकल काॅलेज एवं स्वास्थ्य मंत्री को बलरामपुर चिकित्सालय का दौरा कर डेडिकेटेड कोविड अस्पताल बनाने को कहा है.
उन्होंने डेडिकेटेड कोविड अस्पताल में परिवर्तित किए जा रहे तीनों मेडिकल काॅलेज तथा बलरामपुर चिकित्सालय में ट्रेंड मैनपावर की व्यवस्था करने की भी बात कही. वेंटिलेटर एवं एचएफएनसी की उपलब्धता सुनिश्चित किए जाने के निर्देश भी दिए.
कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग पर जोर
मुख्यमंत्री ने कहा कि लखनऊ में संक्रमण की रोकथाम के लिए प्रभावी ढंग से प्रयास करने की जरूरत है. उन्होंने लखनऊ में व्यापक काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग के निर्देश देते हुए कहा कि किसी भी संक्रमित व्यक्ति के सम्पर्क में आए हुए कम से कम 30 से 35 लोगों को ट्रेस किया जाए.
इनका शत-प्रतिशत कोविड टेस्ट किया जाए. टेस्टिंग में संक्रमित मिलने वाले लोगों को होम आइसोलेशन अथवा अस्पताल में रखा जाए. इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्राेल सेन्टर को एम्बुलेन्स सेवाओं से जोड़ा जाए. इससे मरीज को समय से एम्बुलेन्स उपलब्ध कराने में मदद मिलेगी.
गांव में भी सक्रिय की जाएंगी निगरानी समितियां
मुख्यमंत्री ने लखनऊ में प्रत्येक गांव तथा हर नगर निकाय के प्रत्येक वाॅर्ड में निगरानी समितियों को सक्रिय करने के निर्देश दिए. उन्होंने मण्डलायुक्त लखनऊ को जिलों में स्वच्छता, सैनिटाइजेशन व फाॅगिंग की कार्रवाई व्यापक पैमाने पर कराने के निर्देश दिए हैं.
सीएम ने कहा कि बस स्टेशनों, रेलवे स्टेशनों, एयरपोर्ट, चाैराहों सहित भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर यह प्रभावी ढंग से किया जाए. उन्होंने कहा कि इस कार्य में पुलिस, अग्निशमन, आवास विकास, विकास प्राधिकरण का भी सहयोग लिया जाए.
कंटेनमेंट जोन का कड़ाई से हो पालन
मुख्यमंत्री ने कहा कि लखनऊ में कंटेनमेंट जोन में आवागमन को प्रतिबन्धित किया जाए. एक संक्रमित मरीज से 25 मीटर की रेडियस में तथा एक से अधिक संक्रमित मरीजों की स्थिति में 50 मीटर रेडियस का कंटेनमेंट जोन बनाया जाए.
उन्होंने कहा कि सभी पुलिस, स्वास्थ्य तथा स्वच्छताकर्मी आवश्यक रूप से मास्क और ग्लव्स का प्रयोग करें. कंटेनमेंट जोन में पीपीई किट का प्रयोग अनिवार्य रूप से किया जाए. इससे पहले सीएम योगी ने एकीकृत कमांड सेंटर का निरीक्षण भी किया.
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