कर्नाटक में भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व का हश्र सबने देखा, यही छत्तीसगढ़ में भी होगा: भूपेश बघेल - जनगणना और आर्थिक सर्वेक्षण
सीएम भूपेश बघेल ने भाजपा और पूर्व सीएम रमन सिंह को जमकर घेरा है. सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि "मुख्यमंत्री से ज्यादा पूर्व सीएम सुरक्षा घेरे में हैं." केंद्रीय नेताओं के लगातार छत्तीसगढ़ दौरे को लेकर भी सीएम बघेल ने तंज किया और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पर भी निशाना साधा.
सीएम भूपेश बघेल ने रमन पर कसा तंज
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Published : Jun 6, 2023, 6:32 PM IST
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Updated : Jun 6, 2023, 7:04 PM IST
सीएम भूपेश बघेल भाजपा पर बरसे
रायपुर: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मंगलवार को कोंडागांव के लिए रवाना होने से पहले हेलीपैड पर पत्रकारों से चर्चा की. भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व का जल्द ही छत्तीसगढ़ में ताबड़तोड़ दौरा होने वाला है. सीएम बघेल ने इसे हल्के फुल्के अंदाज में लिया. साथ ही छत्तीसगढ़ में भाजपा और उसके केंद्रीय नेतृत्व का हश्र कर्नाटक जैसा होने का दावा किया. सीएम बघेल ने कहा कि "मुझे लगता है चुनाव आते आते भाजपा के प्रभारी ना बदल जाए, क्योंकि दुग्गावती बदल गईं, जामवाल बदल गए हैं, नितिन नबीन भी हासिये पर हैं. इसी तरह की स्थिति सीनियर लीडर ओम माथुर की है. क्योंकि माथुर अकेले बस्तर घूम आए. जब तक स्थानीय लीडर या नेता साथ नहीं होगा, तो क्या होगा."
"जब मैं बस्तर गया था, तब कहा जा रहा था प्रधानमंत्री आने वाले हैं. यहां आया तो पता चला केंद्रीय गृहमंत्री आ रहे हैं. मीडिया से पता चला है नड्डा जी भी आ रहे हैं. चुनाव है इसलिए सब आएंगे. 4 महीने बचे हैं, इसलिए सब आकर प्रदेश सरकार के कामों को देखेंगे. भाजपा ने केंद्रीय नेतृत्व के सहारे कर्नाटक में चुनाव लड़ा, क्या हश्र हुआ सबने देखा है. ऐसा ही छत्तीसगढ़ में होगा." -भूपेश बघेल, मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़
'पब्लिक से दूर हो गए हैं रमन':सीएम भूपेश बघेल ने रमन सिंह पर तंज कसते हुए कहा कि "वो कार्यकर्ता से दूर हो गए हैं. पब्लिक से दूर हो गए हैं. कमांडो घेराव से बाहर नहीं आ पा रहे हैं. डॉ रमन सिंह भूतपूर्व मुख्यमंत्री होने के बाद भी वर्तमान मुख्यमंत्री से ज्यादा सुरक्षा घेरे में हैं."
जेपी नड्डा को कोई गंभीरता से नहीं लेता:जेपी नड्डा के राहुल गांधी पर दिए गए बयान को लेकर सीएम ने कहा कि"जेपी नड्डा को भाजपा गंभीरता से नहीं लेती. केंद्रीय कार्यालय के उद्घाटन के दौरान भी नड्डा को पीछे खींचा गया. तो नड्डा को कोई गंभीरता से नहीं लेता. उनके बयान को हम लोग भी गंभीरता से नहीं लेते. जब से नड्डा अध्यक्ष बने हैं, तब से उन्होंने अपने ही प्रदेश में भाजपा को हरा दिया. फिर उसके बाद कर्नाटक भी हर गए. नड्डा को चुना कौन है, यह आज तक पता नहीं चला है."
राहुल गांधी से इसलिए है भाजपा को तकलीफ:सीएम भूपेश बघेल के मुताबिक राहुल गांधी प्यार की बात करते हैं, लोगों को जोड़ने की बात करते हैं. इसलिए भाजपा को तकलीफ है. क्योंकि बिना लड़ाई झगड़े के भाजपा का अस्तित्व खतरे में रहता है. जब तक दो समाज या धर्म के लोग नहीं लड़ेंगे तब, तक भाजपा का स्वार्थ सिद्ध नहीं होगा.
10 लाख सदस्यता के बाद भी छूट गए थे अनुज शर्मा:भाजपा की सोशल इंजीनियरिंग के सवाल पर सीएम बघेल ने मजे लिए. कहा "लोगों के यह बताने के लिए भाजपा में लोग आ रहे है, जैसे अनुज शर्मा हैं. हालांकि वो पहले से ही भाजपा के लिए काम करते रहे हैं. वो किसी दल से भाजपा में नहीं आए हैं. हैरानी इस बात की है कि भाजपा के 10 लाख सदस्यता के बाद भी वो छूट गए थे."
छत्तीसगढ़ में 24 ट्रेनें बंद, तकलीफ में हैं लोग:रेल हादसे में टीएमसी को जिम्मेदार ठहराने के आरोप पर सीएम बघेल ने कहा कि "जो आरोप लग रहे हैं उसका जवाब देने के लिए TMC सक्षम है. बालासोर की घटना दुर्भाग्यजनक है. रेल मंत्री कवच की बात कह रहे थे. वह कवच भी छिन्न भिन्न हो गया. उस कवच की भी जांच होगी क्या? भाजपा की केंद्र की सरकार सिर्फ रेलवे स्टेशन को चमकाने के काम कर रही है. वंदे भारत ट्रेन चलवा दो, लेकिन जरूरत की चीजें बंद पड़ी हैं. छत्तीसगढ़ में 24 ट्रेन बंद है. आम लोगों को तकलीफ है."
अर्थिक सर्वेक्षण और जनगणना को लेकर ये बोले सीएम:सीएम बघेल ने केंद्र सरकार पर जनगणना और आर्थिक सर्वेक्षण न कराने का आरोप लगाया. 75 साल के विकास यात्रा में हर वर्ग और जातियों को शामिल बताया. कहा "जब तक उनकी जातीय गणना नहीं होगी तब तक वो पिछड़े रहेंगे. अपर क्लास में भी बहुत सारी ऐसी जातियां हैं, जो पिछड़ी हुई हैं. जब तक आपके पास डाटा नहीं होगा तब तक कैसे उनको विकास से जोड़ा जा सकेगा."
भाजपा अब अपना ही दूल्हा तय नहीं कर पा रही:भाजपा 2018 चुनाव के पहले कांग्रेस से दूल्हे के बारे में सवाल करती थी. लेकिन भाजपा अब अपना दूल्हा तय नहीं कर पा रही है. सीएम भूपेश बघेल ने कहा हम यह सवाल तो नहीं कर रहे हैं. लेकिन यह सवाल अब भाजपा से तो करना ही चाहिए कि 15 साल के मुख्यमंत्री को बिल्कुल पीछे धकेल के रख दिया गया है. सामने कौन आएगा, उनको दो बार बदल दिया गया है. पहले विष्णु देव साय को बदल दिया फिर धरमलाल कौशिक को बदल दिया. अभी भाजपा का एक्सपेरिमेंट चल ही रह है.