नई दिल्लीःदिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शैक्षणिक योग्यता पर एक बार फिर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि हमारा देश महान है और भारत जैसे महान देश के प्रधानमंत्री को शिक्षित होना चाहिए. 21वीं सदी के युवा विज्ञान और प्रौद्योगिकी में विश्वास करते हैं, रोजगार चाहते हैं और भारत का विकास चाहते हैं. इसके लिए पढ़े-लिखे लोगों की जरूरत है. कम शिक्षित और अशिक्षित लोग भारत को नहीं सुधार सकते.
उन्होंने कहा कि भारत एक गरीब देश है और शिक्षा और निरक्षरता अपराध नहीं है. गरीबी के कारण कई लोग शिक्षा से वंचित रह गए हैं, लेकिन प्रधानमंत्री को शिक्षित होना चाहिए. अगर प्रधानमंत्री शिक्षित नहीं है तो यह देश के लिए खतरनाक है. केजरीवाल ने नोटबंदी का मुद्दा उठाया और कहा कि नोटबंदी के कारण देश में लोगों के बीच हाहाकार मच गया था. कई लोग बेरोजगार हो गए. कई लोगों का कारोबार छिन गया और कई की मौत हो गई. नोटबंदी से देश की अर्थव्यवस्था दस साल पीछे चली गई है. किसी ने प्रधानमंत्री को इसके लिए तैयार किया था और उन्होंने बिना किसी समझ के उसे लागू भी कर दिया. नोटबंदी से देश में भ्रष्टाचार और आतंकवाद भी खत्म नहीं हुआ.
उन्होंने कहा कि अगर प्रधानमंत्री शिक्षित होते तो नोटबंदी नहीं होती. देश को एक शिक्षित प्रधानमंत्री की जरूरत है. उन्होंने शिक्षितों से मतदान करने की अपील की. उन्होंने कहा कि जॉब मैनेजर के पद के लिए अगर डिग्री की जरूरत है तो देश के टॉप मैनेजर को भी डिग्री की जरूरत है.
केजरीवाल ने असम सीएम पर किया कटाक्षः केजरीवाल ने सीएम हेमंत बिस्वा सरमा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जिस राज्य में मुख्यमंत्री की पत्नी एक निजी स्कूल चलाती हो, वहां का सरकारी स्कूल कभी अच्छा नहीं हो सकता और उस राज्य में गरीबों को शिक्षा नहीं मिल पाती है. पहली बार असम में एक विशाल सभा को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने अपने भाषण की शुरुआत में असम के लोगों को असमिया में संबोधित किया और मां कामाख्या का आशीर्वाद मांगा. उन्होंने श्रीमंत शंकरदेव, माधवदेव, विष्णुप्रसाद राभा, ज्योति प्रसाद और भूपेन हजारिका द्वारा किए गए योगदान का उल्लेख किया.
केजरीवाल ने कहा कि आपके उत्साह को देखकर ऐसा लगता है कि आप आज हिमंत बिस्वा सरमा सरकार को उखाड़ फेंकेंगे. असम के हर परिवार पर मां कामाख्या की कृपा है. भगवान ने असम को सभी प्राकृतिक संसाधनों से समृद्ध किया है, लेकिन नेताओं और राजनीतिक दलों ने सब कुछ बर्बाद कर दिया है. उन्होंने कहा, "असम में परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक हो गया था. जब वे प्रश्नपत्र को सुरक्षित नहीं रख सकते तो वे सरकार कैसे चलाएंगे?"