नई दिल्ली:चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान ने भारत को विश्व स्तर पर स्टार्टअप्स के लिए तीसरा सबसे बड़ा पारिस्थितिकी तंत्र बताया है. उन्होंने शनिवार को दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में कहा कि उम्मीद है कि भारत 2024 तक जर्मनी को पछाड़कर चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा. सीडीएस चौहान ने चाणक्य डायलॉग नाम से आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि वैश्विक सुरक्षा का वर्तमान वातावरण फिलहाल काफी गतिशील है और इसे किसी एक स्वरूप में नहीं देखा जा सकता.
सीडीएस ने कहा कि द्वितीय विश्व युद्ध के बाद, ट्रांस-अटलांटिक एंग्लो-सैक्सन भूमि यूरोप के आसपास एकजुट नहीं हो सकी, जिस तरह वास्तव में यूक्रेन पर रूसी आक्रमण ने किया है. उन्होंने कहा कि भारत के पश्चिम और साथ ही रूस दोनों के साथ घनिष्ठ संबंध हैं, जो हमें इस भू-राजनीतिक निर्माण में बहुत विशिष्ट स्थान पर रखते हैं. यूरोप और एशिया का एक त्वरित क्षेत्रीय स्कैन यह संकेत देगा कि राष्ट्र अनिश्चितता अस्थिरता और एक बड़े बदलाव की बढ़ती संभावनाओं के लिए तैयार हैं.
सीडीएस ने कहा कि मेक इन इंडिया पहल के तहत सरकार की नीतियों के बारे में कहा कि सरकार ने औद्योगिक लाइसेंसिंग प्रणाली को सरल बनाया है. आज हमारे रक्षा उद्योग पहले से ही रक्षा बलों की आवश्यकताओं को पूरा करने के साथ-साथ निर्यात के लिए विभिन्न प्रकार के सैन्य उपकरण का निर्माण कर रहे हैं. इससे घरेलू आवश्यकताओं की हिस्सेदारी में वृद्धि हुई है, जिसमें साल 2018 के बाद इजाफा हुआ है. सीडीएस ने आगे कहा कि 'मेरा मानना है कि रक्षा विनिर्माण नया सूर्योदय क्षेत्र है जो भविष्य में बड़ी वृद्धि का गवाह बनेगा.