चंडीगढ़:लुधियाना जिले के गियासपुरा इलाके के वेरका बूथ पर गैस रिसाव से 11 लोगों की मौत की खबर से पंजाब एक बार फिर से हिल गया है. गियासपुरा के सुआ रोड स्थित एक फैक्ट्री में गैस का रिसाव हुआ है, जिससे दर्जनों लोग प्रभावित हुए हैं.
लुधियाना के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने 11 लोगों के मारे जाने की पुष्टि की है. लेकिन, दूसरी तरफ सवाल यह भी है कि गैस लीकेज की घटनाएं क्यों नहीं रुक रही हैं. अगर बीते सालों की बात करें तो पंजाब के अलग-अलग जिलों में गैस लीकेज की घटनाएं हो चुकी हैं. हालांकि गैस रिसाव की ज्यादातर घटनाएं लुधियाना में उद्योगों के पास हुई हैं (Past Major Gas Leaks In Punjab).
जालंधर में हुआ था अमोनिया गैस का रिसाव : जालंधर में पिछले साल अमोनिया गैस का रिसाव हुआ था, जिससे पूरे इलाके में दहशत का माहौल हो गया था. दरअसल, यहां एक घर के नीचे अमोनिया गैस का 90 साल पुराना दबा हुआ सिलेंडर लीक हो गया था.
बचाव दल ने सिलेंडर को कब्जे में लेकर जांच पड़ताल की. बताया गया कि जिस जगह पर घर है, वहां बर्फ की फैक्ट्री हुआ करती थी और 90 साल तक जमीन में दबा रहा सिलेंडर खास धातु का बना था और खराब होने के कारण इसमें से गैस का रिसाव हुआ.
लुधियाना के रिहायशी इलाके में हुआ था गैस रिसाव : नवंबर 2022 के महीने में लुधियाना के रिहायशी इलाके की एक फैक्ट्री में गैस रिसाव हुआ था. हादसा तड़के हुआ और पूरे इलाके में दहशत फैल गई. हालांकि इस दौरान किसी तरह की जनहानि नहीं हुई थी. लुधियाना के गियासपुरा इलाके में कार्बन डाइऑक्साइड गैस के रिसाव से गैस एजेंसी में अफरातफरी मच गई थी. 5 लोग बेहोश हो गए थे. हादसा साहनेवाल इलाके की एक फैक्ट्री में गैस लीक होने से हुआ था.
लुधियाना के दोराहा में हुआ था गैस रिसाव : जून 2015 में लुधियाना के पास दोराहा में एक टैंकर से जहरीली गैस के रिसाव से 6 लोगों की मौत हो गई थी. इसके अलावा 100 से ज्यादा लोग इससे बीमार हुए थे. दरअसल, दोराहा बायपास के पास पुल के नीचे एक ट्रक के फंस जाने से अमोनिया गैस का रिसाव हो गया था. पुल के नीचे से टैंकर को बाहर निकालने के दौरान टैंकर का वॉल्व खुल गया और गैस लीक हो गई.
फिरोजपुर में बर्फ की फैक्ट्री में हुआ था गैस रिसाव : सितंबर 2021 में फिरोजपुर शहर के एक होटल के पास कई सालों से बंद पड़ी बर्फ की फैक्ट्री में अचानक गैस का रिसाव हुआ था. फायर ब्रिगेड की मदद से काबू पाया गया.
गैस रिसाव के कारण लोगों को सांस लेने में परेशानी हुई. एक अन्य घटना का जिक्र करें तो बठिंडा में तलवंडी साबो के बठिंडा रोड पर बने सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट में जुलाई 2022 के महीने में गैस लीक होने से एक कर्मचारी बेहोश हो गया था. यहां पहले भी 2014 में सीवेज की उपेक्षा के चलते गैस लीक हुई थी और किसानों की फसल खराब हो गई थी.
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