कांग्रेस विधायक ने इंजीनियरिंग कॉलेज के निदेशक के घर किया हंगामा. अल्मोड़ा (उत्तराखंड): अल्मोड़ा की द्वाराहाट विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक मदन सिंह बिष्ट पर एक स्थानीय इंजीनियरिंग कॉलेज के निदेशक के आवास पर कथित तौर पर हंगामा करने और उनके लिए अपशब्दों का इस्तेमाल करने का मामला दर्ज किया गया है. पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी. द्वाराहाट सर्कल अधिकारी तिलक राज वर्मा ने सोमवार को बताया कि विधायक पर 506 (आपराधिक धमकी) और 452 (चोट पहुंचाने के लिए घर में अतिक्रमण) सहित आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. उन्होंने बताया कि विधायक पर आईपीसी की अन्य धाराएं 427 (नुकसान पहुंचाने वाली शरारत) और 504 (अपमान, उकसाना) हैं.
इंजीनियरिंग कॉलेज निदेशक से भिड़े कांग्रेस विधायक मदन सिंह बिपिन त्रिपाठी कुमाऊं इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के निदेशक केकेएस मेर द्वारा रविवार को दर्ज कराई गई शिकायत के मुताबिक, शनिवार रात विधायक बिष्ट ने अपने लोगों के साथ उनके घर के बाहर हंगामा किया. इस दौरान उनकी पत्नी और बेटी भी घर पर मौजूद थी. अपनी शिकायत में मेर ने अपने और अपने परिवार के सदस्यों के लिए सुरक्षा की मांग की है.
विधायक की तहरीर पर दर्ज नहीं हुआ मुकदमा: पुलिस का कहना है, 'मेर ने कहा कि उनके घर पर आने से पहले विधायक ने उनसे फोन पर कुछ निविदाओं के बारे में बात की थी और वह नशे में लग रहे थे'. वहीं, बिष्ट ने एक जवाबी शिकायत पुलिस को दी जिसमें आरोप लगाया है कि इंजीनियरिंग कॉलेज के निदेशक ने उनके बार-बार टेलीफोन कॉल का जवाब न देकर प्रोटोकॉल का उल्लंघन किया है. सर्कल अधिकारी वर्मा ने कहा, पुलिस ने अभी तक बिष्ट की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज नहीं की है.
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विधायक का इल्जाम: विधायक बिष्ट का कहना है कि मेर के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो वह कॉलेज गेट के बाहर 'आमरण अनशन' करेंगे. उन्होंने घटना का जिक्र करते हुए बताया कि, वह निदेशक के घर गए और उनसे दरवाजा खोलने की बात कही. लेकिन जवाब में निदेशक ने 'गेट लॉस्ट फ्रॉम हियर' कहा. ऐसा बोलकर निदेशक ने प्रोटोकॉल का उल्लंघन किया है. एक जन प्रतिनिधि के साथ दुर्व्यवहार करने के आरोप में वह राज्य विधानसभा में इंजीनियरिंग कॉलेज निदेशक के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव भी लाएंगे. बिष्ट ने कहा कि उनके पास इंजीनियरिंग कॉलेज में काम करने वाले मेस कर्मचारियों, सुरक्षा कर्मियों और दैनिक वेतनभोगियों के बारे में कुछ प्रश्न थे, लेकिन निदेशक ने उनके बार-बार कॉल को नजरअंदाज कर दिया.