कोलकाता :लोगों में यह भावना व्याप्त है कि अभिनेता से नेता बने सेलिब्रिटी विधायक या सांसद चुने जाने के बाद अपने निर्वाचन क्षेत्रों से गायब हो जाते हैं. हालांकि, कांग्रेस के सेलिब्रिटी उम्मीदवार, स्वर्गीय सुनील दत्त इस मामले में अपवाद थे.
एक बार सुनील दत्त ने अपने सिल्वर स्क्रीन करियर को छोड़कर राजनीति में कदम रखा, तो उन्होंने अपने नए सफर के कार्य को बहुत गंभीरता से लिया. यही कारण है कि वह मुंबई (नॉर्थ-वेस्ट) लोक सभा क्षेत्र से चार बार सांसद चुने गए. उनकी मृत्यु के 16 साल बाद भी 'दत्त साहब' के रूप में उन्हें याद किया जाता है. जितना फिल्मी दुनिया में उनके कामों की तारीफ हुई, उतना ही दत्त को हमेशा एक राजनेता के रूप में सार्वजनिक प्रशंसा भी मिली.
तृणमूल का बेटा, सेलिब्रिटी 'राज चक्रवर्ती'
सबसे लोकप्रिय बंगाली फिल्म निर्देशक राज चक्रवर्ती पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के बैरकपुर विधानसभा क्षेत्र से तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं. सवाल फिर से यही उठता है कि यदि वह चुनाव जीत गए, तो क्या पिछले अभिनेताओं की तरह वह भी अपने विधानसभा क्षेत्र से गायब हो जाएंगे या फिर 'दत्त साहेब' की तरह अपने राजनैतिक कामों को गंभीरता से लेंगे.
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