नई दिल्ली:भारतीय जनता पार्टी ने 2014 में सत्ता संभालने के बाद सबसे पहले उत्तर पूर्व राज्यों पर फोकस किया था. जहां उसको सफलता भी मिली. वहीं, 2019 के चुनावों में मिली जीत के बाद अब बीजेपी की नजरें दक्षिण भारत की तरफ है. बता दें, बीजेपी सिर्फ कर्नाटक में ही अपना प्रभाव दिखा पाई है, वहीं, अब पार्टी की नजर केरल, तमिलनाडु, पुडुचेरी और तेलंगाना जैसे राज्यों पर लगी हैं.
जनाधार बढ़ाने में जुटी बीजेपी
भारतीय जनता पार्टी ने बिहार चुनाव के बाद अपनी रणनीति में परिवर्तन किया है. एक तरफ जहां पार्टी अभी से अगले चुनाव के लिए अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यक्रम तय कर चुकी है. वहीं, पूरे देश में लगातार विस्तार कार्यक्रम भी चला रही है. इसके अलावा बीजेपी अब उन राज्यों पर ज्यादा फोकस कर रही है जहां उसका जनाधार कम है. इसका साफ उदाहरण जम्मू कश्मीर के स्थानीय निकाय डीडीसी के चुनाव में देखा जा सकता है. यहां शनिवार से शुरू हो रहे चुनावों में पार्टी के दिग्गज प्रचार करने के लिए जुट रहे हैं.
नगर निगम चुनाव में भी दिखा रही दमखम
हैदराबाद के नगर निगम चुनाव को लेकर भी पार्टी काफी गंभीर है. ऐसा पहली बार देखने के मिल रहा है कि हैदराबाद नगर निगम चुनाव में राष्ट्रीय अध्यक्ष को रोड शो समेत सीनियर लीडरों का प्रचार शामिल है. बता दें, बीजेपी के लिए हैदराबाद के स्थानीय निकायों के चुनाव भी इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यहां पार्टी के मात्र 2 ही विधायक हैं और चार सांसद है. इस चुनाव के बहाने भारतीय जनता पार्टी तेलंगाना में अपना वोट भी टटोलना चाहती है. यही वजह है कि भारतीय जनता पार्टी लगातार यह जताने की कोशिश कर रही है कि टीआरएस के लिए यहां पर मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस नहीं बल्कि अब भारतीय जनता पार्टी हो चुकी है.