अयोध्या : रामलला के दरबार में हाजिरी लगाने के लिए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (bjp national president) सहित 8 राज्यों के मुख्यमंत्री अयोध्या पहुंच चुके हैं. एयरपोर्ट पर जिला प्रशासन के अधिकारी और भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने सभी मुख्यमंत्रियों का गर्मजोशी के साथ स्वागत किया.
अयोध्या के पंचशील होटल में सभी अतिथियों ने अल्पाहार लेकर अयोध्या में दर्शन पूजन का कार्यक्रम प्रस्तावित है. सबसे पहले अरुणाचल प्रदेश, मिजोरम और गोवा के मुख्यमंत्री हेलीकॉप्टर से अयोध्या पहुंचे. इसके बाद करीब 12ः00 बजे जेपी नड्डा के नेतृत्व में विशेष विमान से 5 मुख्यमंत्री और 3 उपमुख्यमंत्री पहुंचे.
रामलला के दरबार में हाजिरी लगाने पहुंचे जेपी नड्डा सहित 8 राज्यों के मुख्यमंत्री भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के नेतृत्व में बीजेपी शासित राज्यों के सभी मुख्यमंत्री अयोध्या में दर्शन पूजन करेंगे. अयोध्या के पंचशील होटल में अल्पाहार करने के बाद मुख्यमंत्रियों का दल प्रसिद्ध सिद्ध पीठ हनुमानगढ़ी में दर्शन करने रवाना हो गया है.
इसके बाद मां सरयू तट के किनारे सरयू मां का अभिषेक करने का कार्यक्रम प्रस्तावित है. इसके अलावा राम की पैड़ी का भी सभी अतिथि अवलोकन करेंगे.
कार्यक्रम के अगले चरण में करीब 4:00 बजे सभी मुख्यमंत्री भगवान श्री राम लला का दर्शन करने राम जन्मभूमि परिसर पहुंचेंगे. इस धार्मिक यात्रा के अंतिम चरण में देर शाम बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्री सरयू तट के किनारे दर्शन और आरती कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे.
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गौरतलब है कि राम नगरी अयोध्या में पहला ऐसा मौका है, जब एक साथ 8 राज्यों के मुख्यमंत्री पहुंचे हैं. यहां फरवाही लोक नृत्य के जरिए कलाकारों ने अपने अंदाज में अतिथियों का स्वागत किया.
बता दें कि, श्री काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर के लोकार्पण समारोह में शामिल होने पहुंचे भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने मंगलवार को शहंशाहपुर स्थित बायोगैस प्लांट देखा. इस दौरान भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव और मुख्यमंत्रियों की पत्नियां भी मौजूद रहीं. नगर निगम और अदाणी फाउंडेशन द्वारा कारपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) फंड से इसे शहंशाहपुर में बनाया गया है. वाराणसी बायोकॉनवर्जन प्रोजेक्ट के नाम से स्थापित इस परियोजना का बीते दिनों पीएम नरेंद्र मोदी ने उद्घाटन किया था.
शहंशाहपुर स्थित बायोगैस प्लांट को देखने के लिए बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों और अन्य लोगों ने बायोप्लांट की बारीकियों के बारे में जानकारी ली. 23 करोड़ की लागत से बने इस बायोगैस प्लांट को करीब एक साल में तैयार किया गया है. इसी तरह का प्लांट अन्य राज्यों में भी बनाया जाएगा. इस प्लांट में कृषि कौशल को बढ़ावा देने के लिए प्रशिक्षण केंद्र के साथ उर्वरक रिसर्च और विकास प्रयोगशाला भी हैं. इससे मिलने वाले आंकड़ों को अन्य राज्यों के साथ साझा भी किया जाएगा. संयंत्र का संचालन गोवर्धन वाराणसी फाउंडेशन एसपीवी करेगा.
प्लांट के कारण स्थानीय किसान गोबर बेचकर जहां अपनी आय बढ़ा रहे हैं, वहीं पहली बार पारदर्शी तरीके से खरीद का भुगतान इलेक्ट्रॉनिक मनी ट्रांसफर के माध्यम से किया जा रहा है. 90 मीट्रिक टन क्षमता वाले इस बायोगैस प्लांट से 3 टन बायोगैस, 18 टन ठोस प्राकृतिक उर्वरक और 55000 लीटर तरल प्राकृतिक उर्वरक का उत्पादन होगा. जैविक ऊर्जा का यह उत्पादन 3000 कार्बन क्रेडिट के बराबर है.
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इस बायोगैस प्लांट को देखने वाले मुख्यमंत्रियों में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, त्रिपुरा के बिप्लब देब, हरियाणा के मनोहरलाल खट्टर, हिमांचल के जयराम ठाकुर, कर्नाटक के बसवराज बोम्मई, असम के हेमंत बिस्वा शर्मा, गुजरात के भूपेंद्र भाई पटेल, अरुणाचल के पेमा खांडू, उत्तराखंड के पुष्कर सिंह धामी, मणिपुर के एन विशेन सिंह शामिल रहे. वहीं उपमुख्यमंत्रियों में बिहार से तारकेश्वर प्रसाद व रेनू देवी, उत्तर प्रदेश से केशव प्रसाद मौर्य व दिनेश चंद्र शर्मा, नागालैंड से यथंगोपट्टन, त्रिपुरा जिष्णुदेव शर्मा, अरुणाचल से चोनामीन शामिल थे.