बक्सर:बिहार के बक्सर में रघुनाथपुर रेलवे स्टेशन के पास बुधवार देर रात 12506 आनंद विहार कामाख्या नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस के 21 डिब्बे पटरी से उतर गए. हादसा रात के करीब 9 बजकर 35 मिनट पर हुआ. ट्रेन के डिरेल होने के बाद स्थानीय लोग घटनास्थल की ओर दौड़े और डिब्बों से लोगों को बाहर निकाला. ट्रेन हादसे में 5 लोगों की मौत हुई हैं, जबकि 100 से ज्यादा लोग घायल हैं.
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'ड्राइवर ने क्यों लगाया इमरजेंसी ब्रेक..' : बिहार के बक्सर जिले के रघुनाथपुर रेलवे स्टेशन के पास 11 अक्टूबर बुधवार की रात 12506 नॉर्थ ईस्ट सुपरफास्ट एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हो गयी. यह ट्रेन बुधवार सुबह आनंद विहार टर्मिनल रेलवे स्टेशन से कामाख्या के लिए रवाना हुई थी. ट्रेन करीब 128 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही थी. अचानक ड्राइवर ने इमरजेंसी ब्रेक लगाया. इस हादसे में 5 लोगों की मौत हो गयी जबकि 100 से अधिक लोग घायल हो गए. हादसे के 18 घंटे बाद भी इस सवाल का जवाब नहीं मिल पाया है कि ड्राइवर ने इमरजेंसी ब्रेक क्यों लगाया?. शुरुआती रिपोर्ट में पटरियों में खराबी की बात कही जा रही है.
''ट्रेन के ड्राइवर ने अचानक ब्रेक लगाया. उसके बाद धीरे-धीरे झटका लगा. इस दौरान मैं बेहोश हो गया. थोड़ी देर बाद मुझे होश आया. मुझे नहीं पता कि उसने (ड्राइवर) अचानक ब्रेक क्यों लगाया.''- विजय कुमार, गार्ड, नॉर्थ-ईस्ट एक्सप्रेस ट्रेन
हादसा कैसे हुआ.. क्या बोले रेल मंत्री? : ट्रेन हादसे के बाद घटनास्थल पर एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम ने स्थानीय लोगों की मदद से बोगियों के अंदर फंसे लोगों को बाहर निकाल लिया. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इसकी जानकारी ट्वीट कर दी. उन्होंने लिखा- ''रेल यात्रियों को उनके गंतव्य की ओर ले जाने वाली ट्रेन पहुंच गई. इसलिए अब हम रूट पर यातायात बहाली पर ध्यान दे रहे हैं. अपूरणीय क्षति के लिए गहरी संवेदनाएं.'' हालांकि, नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस कैसे डिरेल हुई. इस पर रेल मंत्री ने कहा कि ''हादसे का मूल कारण का पता लगाया जाएगा.''
'घटना का कारण जो भी हो, जांच हो रही है. रातभर हम लोग सभी अधिकारी के संपर्क में है. एनडीआरएफ की टीम रात से लगी हुई है. स्थानीय लोग भी मदद कर रहे हैं. 4 लोगों की मौत हुई है, कई लोग घायल हैं. घायलों का आसपास के अस्पताल में इलाज चल रहा है.'' - अश्विनी चौबे, केन्द्रीय मंत्री
ट्रैक क्षतिग्रस्त, कब शुरू होगा परिचालन? : वहीं हादसे के 18 घंटे बाद भी अप और डाउन लाइन पर ट्रेन परिचालन शुरू नहीं हुआ है. क्रेन और अर्थ मूवर मशीन से क्षतिग्रस्त कोच को घटनास्थल से हटाया जा रहा है. साथ ही क्षतिग्रस्त ट्रैक की मरम्मती का कार्य भी चल रहा है, ताकि ट्रेन यातायात को फिर से जल्दी से जल्दी शुरू किया जाय.
कई ट्रेनों का रूट डायवर्ट, कई ट्रेनें कैंसिल :इस बीच ट्रेन हादसे के बाद आठ ट्रेनों को कैंसिल किया गया है. जबकि 22 ट्रेनों का रूट बदला गया है. इस कारण रेल यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. पश्चिम बंगाल की ट्रेनों को धनबाद की ओर डायवर्ट किया गया है, जबकि दिल्ली जाने वाली ट्रेनें गया रूट से चलेंगी.
''रेल हादसे के बाद अप और डाउन लाइन पूरी तरह बंद हैं. घटनास्थल पर रेलवे के सारे अधिकारी मौजूद हैं. जल्द ही ट्रेन परिचालन शुरू किया जाएगा. नार्थ ईस्ट एक्सप्रेस के यात्रियों को कल रात उनके गंतव्य की ओर दूसरी ट्रेन रवाना हो गई है.''- एएन सिन्हा, आईजी, आरपीएफ
आरा, बक्सर और पटना में घायलों का इलाज : नार्थ ईस्ट एक्सप्रेस ट्रेन हादसे में करीब 100 से ज्यादा यात्री घायल हैं. घायलों का इलाज आरा, बक्सर और पटना के अस्पतालों में इलाज जारी है. पटना एम्स के डायरेक्टर डॉक्टर गोपाल कृष्ण पाल ने बताया कि बुधवार रात 10 मरीज एम्स में भर्ती हुए थे. गुरुवार सुबह 2 मरीज भर्ती हुए हैं. सभी मरीज खतरे से बाहर हैं.
नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस कैसे हुई बेपटरी? :वहीं बक्सर ट्रेन हादसे की जांच शुरू कर दी गई है. पूर्व मध्य रेलवे के महाप्रबंधक तरुण प्रकाश की मानें तो शुरुआती जांच में ट्रैक कुछ जगहों से उखड़ा हुआ पाया गया. लेकिन जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है. रेलवे की पहली प्राथमिकता ट्रेनों का परिचालन शुरू करना है.