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Bihar Train Accident : 128 किमी की रफ्तार से दौड़ रही थी ट्रेन, ड्राइवर ने अचानक क्यों लगाया इमरजेंसी ब्रेक?

नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस ट्रेन हादसे (North East Express Accident) के 20 घंटे बाद भी रेल परिचालन बाधित है. बुधवार रात से राहत और बचाव कार्य लगातार जारी है. क्रेन और मूवर मशीन से क्षतिग्रस्त डिब्बों को हटाया जा रहा है. लेकिन कब तक रूट डायवर्ट रहेगा?, इस पर रेलवे अधिकारियों ने क्या कहा?. रेल हादसे में घायलों की क्या स्थिति है?. रेलवे ट्रैक की मरम्मती का काम कब तक पूरा होगा. पढ़िए

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Oct 12, 2023, 8:03 PM IST

बक्सर:बिहार के बक्सर में रघुनाथपुर रेलवे स्टेशन के पास बुधवार देर रात 12506 आनंद विहार कामाख्या नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस के 21 डिब्बे पटरी से उतर गए. हादसा रात के करीब 9 बजकर 35 मिनट पर हुआ. ट्रेन के डिरेल होने के बाद स्थानीय लोग घटनास्थल की ओर दौड़े और डिब्बों से लोगों को बाहर निकाला. ट्रेन हादसे में 5 लोगों की मौत हुई हैं, जबकि 100 से ज्यादा लोग घायल हैं.

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'ड्राइवर ने क्यों लगाया इमरजेंसी ब्रेक..' : बिहार के बक्सर जिले के रघुनाथपुर रेलवे स्टेशन के पास 11 अक्टूबर बुधवार की रात 12506 नॉर्थ ईस्ट सुपरफास्ट एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हो गयी. यह ट्रेन बुधवार सुबह आनंद विहार टर्मिनल रेलवे स्टेशन से कामाख्या के लिए रवाना हुई थी. ट्रेन करीब 128 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही थी. अचानक ड्राइवर ने इमरजेंसी ब्रेक लगाया. इस हादसे में 5 लोगों की मौत हो गयी जबकि 100 से अधिक लोग घायल हो गए. हादसे के 18 घंटे बाद भी इस सवाल का जवाब नहीं मिल पाया है कि ड्राइवर ने इमरजेंसी ब्रेक क्यों लगाया?. शुरुआती रिपोर्ट में पटरियों में खराबी की बात कही जा रही है.

रघुनाथपुर में ट्रेन हादसा

''ट्रेन के ड्राइवर ने अचानक ब्रेक लगाया. उसके बाद धीरे-धीरे झटका लगा. इस दौरान मैं बेहोश हो गया. थोड़ी देर बाद मुझे होश आया. मुझे नहीं पता कि उसने (ड्राइवर) अचानक ब्रेक क्यों लगाया.''- विजय कुमार, गार्ड, नॉर्थ-ईस्ट एक्सप्रेस ट्रेन

हादसा कैसे हुआ.. क्या बोले रेल मंत्री? : ट्रेन हादसे के बाद घटनास्थल पर एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम ने स्थानीय लोगों की मदद से बोगियों के अंदर फंसे लोगों को बाहर निकाल लिया. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इसकी जानकारी ट्वीट कर दी. उन्होंने लिखा- ''रेल यात्रियों को उनके गंतव्य की ओर ले जाने वाली ट्रेन पहुंच गई. इसलिए अब हम रूट पर यातायात बहाली पर ध्यान दे रहे हैं. अपूरणीय क्षति के लिए गहरी संवेदनाएं.'' हालांकि, नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस कैसे डिरेल हुई. इस पर रेल मंत्री ने कहा कि ''हादसे का मूल कारण का पता लगाया जाएगा.''

राहत व बचाव कार्य में जुटी एनडीआरएफ की टीम

'घटना का कारण जो भी हो, जांच हो रही है. रातभर हम लोग सभी अधिकारी के संपर्क में है. एनडीआरएफ की टीम रात से लगी हुई है. स्थानीय लोग भी मदद कर रहे हैं. 4 लोगों की मौत हुई है, कई लोग घायल हैं. घायलों का आसपास के अस्पताल में इलाज चल रहा है.'' - अश्विनी चौबे, केन्द्रीय मंत्री

ट्रैक क्षतिग्रस्त, कब शुरू होगा परिचालन? : वहीं हादसे के 18 घंटे बाद भी अप और डाउन लाइन पर ट्रेन परिचालन शुरू नहीं हुआ है. क्रेन और अर्थ मूवर मशीन से क्षतिग्रस्त कोच को घटनास्थल से हटाया जा रहा है. साथ ही क्षतिग्रस्त ट्रैक की मरम्मती का कार्य भी चल रहा है, ताकि ट्रेन यातायात को फिर से जल्दी से जल्दी शुरू किया जाय.

बिहार में ट्रेन हादसा

कई ट्रेनों का रूट डायवर्ट, कई ट्रेनें कैंसिल :इस बीच ट्रेन हादसे के बाद आठ ट्रेनों को कैंसिल किया गया है. जबकि 22 ट्रेनों का रूट बदला गया है. इस कारण रेल यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. पश्चिम बंगाल की ट्रेनों को धनबाद की ओर डायवर्ट किया गया है, जबकि दिल्ली जाने वाली ट्रेनें गया रूट से चलेंगी.

''रेल हादसे के बाद अप और डाउन लाइन पूरी तरह बंद हैं. घटनास्थल पर रेलवे के सारे अधिकारी मौजूद हैं. जल्द ही ट्रेन परिचालन शुरू किया जाएगा. नार्थ ईस्ट एक्सप्रेस के यात्रियों को कल रात उनके गंतव्य की ओर दूसरी ट्रेन रवाना हो गई है.''- एएन सिन्हा, आईजी, आरपीएफ

मृतकों के परिवार को मिला मुआवजा

आरा, बक्सर और पटना में घायलों का इलाज : नार्थ ईस्ट एक्सप्रेस ट्रेन हादसे में करीब 100 से ज्यादा यात्री घायल हैं. घायलों का इलाज आरा, बक्सर और पटना के अस्पतालों में इलाज जारी है. पटना एम्स के डायरेक्टर डॉक्टर गोपाल कृष्ण पाल ने बताया कि बुधवार रात 10 मरीज एम्स में भर्ती हुए थे. गुरुवार सुबह 2 मरीज भर्ती हुए हैं. सभी मरीज खतरे से बाहर हैं.

नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस कैसे हुई बेपटरी? :वहीं बक्सर ट्रेन हादसे की जांच शुरू कर दी गई है. पूर्व मध्य रेलवे के महाप्रबंधक तरुण प्रकाश की मानें तो शुरुआती जांच में ट्रैक कुछ जगहों से उखड़ा हुआ पाया गया. लेकिन जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है. रेलवे की पहली प्राथमिकता ट्रेनों का परिचालन शुरू करना है.

''ट्रेन हादसे की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय तकनीकी समिति का गठन किया है. टीम इस हादसे की जांच करेगी. हालांकि पटरी पहले से टूटी थी या नहीं, यह अभी नहीं कहा जा सकता. जांच रिपोर्ट का इतंजार करना होगा.''- तरुण प्रकाश, महाप्रबंधक, पूर्व मध्य रेलवे

पीएम मोदी ने रेल हादसे पर जताया दुख : वहीं पीएम मोदी ने भी रघुनाथपुर रेल हादसे पर दुख जताया है. मोदी ने लिखा, "नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस के कुछ डिब्बों के पटरी से उतरने के कारण लोगों की मौत से दुखी हूं. शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदनाएं. मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं. अधिकारी हर संभव सहायता प्रदान कर रहे हैं."

बिहार में रेल हादसे पर शुरू हुई सियासत :इस बीच, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ट्रेन हादसे में लोगों की मृत्यु पर दुख जताया है. साथ ही, उन्होंने मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख मुआवजे का एलान किया. बिहार सरकार ट्रेन हादसे में सभी घायलों का इलाज कराएगी. वहीं, रेल हादसे पर सियासत शुरू हो गई है. मुख्यमंत्री ने बक्सर रेल हादसे को लेकर केन्द्र सरकार पर तंज कसा तो वहीं घटनास्थल पर पहुंचे बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा है कि इस मौके पर भी मुख्यमंत्री को राजनीति सूक्ष रही है.

''पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के समय में केंद्र सरकार में मैं रेल मंत्री था. उस दौरान मैंने रेलवे में एक-एक काम बढ़िया से करवाया था, जिसकी वजह से रेल हादसों में काफी कमी आई थी, उन लोगों को भी इस पर ध्यान देना चाहिए.''- नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री

''रेलवे ने तत्काल हादसे में मरने वाले आश्रितों को 10-10 लाख, गंभीर घायलों को 2-2 लाख और घायलों को 50-50 हजार मुआवजा दिया. घटना के 12 घंटे के बाद नीतीश कुमार का बयान उनकी संवेदनहीनता को बताता है.''- सम्राट चौधरी, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष

''बक्सर रेल हादसे पर प्रधानमंत्री को बयान देना चाहिए. वे वंदे भारत ट्रेन को रोज झंडी दिखा रहे हैं, पर हर रोज रेल हादसा हो रहा है. इतना बड़ा उड़ीसा रेल हादसा का क्या हुआ, अब तक कुछ नहीं हुआ. ये लोग अपनी प्रशंसा करने में लगे हुए है. सब कुछ का निजीकरण कर रहे हैं, तो ये हादसे होते ही रहेगें.''- ललन सिंह, राष्ट्रीय अध्यक्ष, जेडीयू

रेल हादसे पर क्या बोले चिराग? :वहीं, लोजपा रामविलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने कहा कि, रेल हादसा का वजह क्या है, यह पता करने के लिए निष्पक्ष जांच होनी चाहिए. जिसकी भी लापरवाही है, जांच कर उन लोगों पर कार्रवाई हो. उन्होंने कहा कि केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से मैं मांग करता हूं, रेल मंत्री जांच कर यह बताएं कि यह हादसा कैसे हुआ?.

मृतकों के परिवार को मिला मुआवजा : वहीं, बिहार सरकार के निर्देश पर रघुनाथपुर रेल हादसे में तीनों मृतक के परिवार को आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा चार लाख रूपये की दुर्घटना राशि दी गई. बुधवार को हुए रेल हादसे में असम निवासी मृतक उषा भंडारी (33) और आकृति भंडारी (8) के परिवार को आठ लाख, किशनगंज निवासी मृतक अबू जायद के परिवार और राजस्थान निवासी मृतक नरेंद्र कुमार के परिवार को चार लाख का चेक सौंपा गया. सभी मृतक के आश्रितों को मृत्यु प्रमाण पत्र भी दे दिया गया है.

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