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Satrangi Dostana Restro : शेफ से लेकर मैनेजर तक सभी ट्रांसजेंडर, 250 तरह के व्यंजन, जानिए यहां क्या है खास

बिहार लगातार कई क्षेत्रों में अपना नाम रोशन कर देश दुनिया के सामने मिसाल पेश कर रहा है. इसी कड़ी में प्रदेश एक कदम और बढ़ गया है. बिहार की राजधानी पटना में एक अनोखा रेस्टोरेंट खोला गया है. इसकी खास बात यह है कि इसका संचालन से लेकर ऑर्डर लेने तक का काम ट्रांसजेंडर समाज के द्वारा किया जाता है.

बिहार का पहला ट्रांसजेंडर रेस्टोरेंट
बिहार का पहला ट्रांसजेंडर रेस्टोरेंट

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Sep 7, 2023, 3:20 PM IST

Updated : Sep 7, 2023, 3:36 PM IST

ऐसा है सतरंगी दोस्ताना रेस्टोरेंट

पटना: समाज में आज भी ट्रांसजेंडरको एक अलग नजर से देखा जाता है. ट्रांसजेंडर को अपनी पूरी जिंदगी में क्या कुछ सहन करना पड़ता है, हम इसकी कल्पना भी नहीं कर सकते हैं. ऐसे ही एक प्रेरणादायक सफर से हम आपको आज रूबरू कराएंगे. बिहार की पहली ट्रांसजेंडर रेस्टोरेंट खोली गई है जो ट्रांसजेंडर द्वारा संचालित है. वेटर से लेकर कुक तक ट्रांसजेंडर समुदाय के लोग हैं. इसका नाम सतरंगी दोस्ताना रेस्टोरेंट रखा गया है.

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बिहार का पहला ट्रांसजेंडर रेस्टोरेंट: पटना के गांधी मैदान स्थित मोना हॉल के ठीक पीछे सतरंगी दोस्ताना रेस्टोरेंट ट्रांसजेंडर द्वारा चलाया जा रहा है. पहले जो लोग ट्रांसजेंडर को देख उनका मजाक उड़ाते थे, आज ट्रांसजेंडर के द्वारा खाना परोसने से दंग हैं. क्योंकि रेस्टोरेंट का खाना बनाने से लेकर खाना परोसने और अकाउंटेंट का काम भी ट्रांसजेंडर समुदाय के लोग ही कर रहे हैं.

सतरंगी दोस्ताना में कूक से लेकर वेटर तक किन्नर

पटना नगर निगम ने की पहल: ट्रांसजेंडर प्रमुख रेशमा बताती हैं कि नगर निगम की मेयर सीता साहू का बहुत बड़ा योगदान है. रेस्टोरेंट खुलवाने में नगर निगम के तरफ से जगह मुहैया कराया गया. ट्रांसजेंडर अपनी पाई पाई जोड़कर इस रेस्टोरेंट को खोलकर चला रही हैं. उन्होंने कहा कि ट्रांसजेंडर समुदाय के लोग अब अपनी सोच बदलकर अपनी आजीविका को लेकर आगे बढ़ रहे हैं और उसी का परिणाम है कि ट्रांसजेंडर पढ़ाई लिखाई के साथ रोजी रोजगार नौकरी कर रहे हैं.

"यह पहला बिहार का ट्रांसजेंडर रेस्टोरेंट ही नहीं है बल्कि लोगों के बीच में जो ट्रांसजेंडर समुदाय के प्रति सोच बैठी है इसका उदाहरण भी है. आने वाले समय में कोशिश यही है कि पटना के बाद मुजफ्फरपुर और कई जिलों में रेस्टोरेंट खोला जाए. ट्रांसजेंडर समुदाय के लोग ही रेस्टोरेंट चलाएंगे."- रेशमा,ट्रांसजेंडर प्रमुख

रेस्टोरेंट को पूरे ग्रामीण परिवेश में सजाया गया है

बिहार और झारखंड के ट्रांसजेंडर कर रहे काम: सतरंगी दोस्ताना रेस्टोरेंट में बिहार और कई झारखंड की ट्रांसजेंडर हैं, जो रेस्टोरेंट के काम को संभाल रहे हैं. सबसे खास बात है कि रेस्टोरेंट में आर्डर लेने वाली ट्रांसजेंडर इंग्लिश हिंदी और बंगाली भाषा जानती हैं. इसलिए किसी भाषा के ग्राहक इस रेस्टोरेंट में पहुंचते हैं उनको परेशानी नहीं होती है.

कुल 20 ट्रांसजेंडर परोस रहे 200 से ज्यादा प्रकार के व्यंजन: सतरंगी दोस्ताना रेस्टोरेंट में 20 ट्रांसजेंडर काम कर रही हैं. सतरंगी दोस्ताना रेस्टोरेंट में बिहारी व्यंजन के साथ-साथ फास्ट फूड के 200 से ज्यादा मेन्यू रखे गये हैं. लिट्टी चोखा ,पनीर प्याजा, मक्खन रोटी, दाल फ्राई ,पनीर, टिक्की ,कटलेट ,आलू भाजी ,चाऊमीन, मंचूरियन ,पास्ता, डोसा, इडली, पोहा के अलावा भी और भी तरह-तरह के व्यंजन ग्राहकों को परोसे जाते हैं. व्यंजन स्वादिष्ट होता है तो लोगों के द्वारा ट्रांसजेंडर को धन्यवाद भी दिया जाता है.

कुल 20 ट्रांसजेंडर परोस रहे 200 से ज्यादा प्रकार के व्यंजन

कैसा है सतरंगी दोस्ताना रेस्टोरेंट?: इस रेस्टोरेंट में को दो फ्लोर में बनाया गया है. फर्स्ट फ्लोर पर लोगों को बैठकर खाने की सुविधा दी गई है. दूसरे फ्लोर पर पार्टी फंक्शन जैसे कि बर्थडे सेलिब्रेशन ,इंगेजमेंट या मीटिंग करने का व्यवस्था दी गई है. रेस्टोरेंट को पूरे ग्रामीण परिवेश में सजाया गया है. पेंटिंग से लेकर लाइट्स पर नक्काशी रस्सी से कराई गई है. बांस से तैयार डगरा से भी सजाया गया है.

Last Updated : Sep 7, 2023, 3:36 PM IST

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