नई दिल्ली/कोलकाताः कोलकाता के पूर्व महापौर एवं तृणमूल कांग्रेस के विधायक सोवन चटर्जी बुधवार को नई दिल्ली में भाजपा में शामिल हो गए. इससे तृणमूल को एक बड़ा झटका लगा है.
चटर्जी कुछ समय के लिए सक्रिय राजनीति से दूर हो गए थे. तृणमूल उन्हें फिर से सक्रिय राजनीति में लाने का प्रयास कर रही थी.
तृणमूल के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, 'हमने कभी नहीं सोचा था कि सोवान अंतत: भाजपा में शामिल हो जाएंगे. यह सच है कि भाजपा नेता उनके संपर्क में थे. लेकिन हमने कभी इस बात पर भरोसा नहीं किया कि वह ममता बनर्जी को धोखा दे सकते हैं, जिन्हें वह 'मां' कहा करते थे.
एक अन्य तृणमूल नेता ने कहा, 'उनके (भाजपा में) शामिल होने से दक्षिण 24 परगना जिले में तृणमूल कांग्रेस के संगठन पर असर पड़ेगा. इससे अगले साल होने वाले कोलकाता नगर निगम चुनावों पर भी असर पड़ेगा. पार्टी को लोकसभा चुनाव में भी उनकी राजनीतिक एवं संगठनात्मक कौशल की कमी खली थी.
इस बीच, तृणमूल ने भी कहा कि चटर्जी को पार्टी से निष्कासित किया जाएगा.
तृणमूल के एक वरिष्ठ नेता ने अपनी पहचान गोपनीय रखने की शर्त पर मीडिया से कहा, 'उन्हें तृणमूल कांग्रेस से निष्कासित किया जाएगा. पार्टी ने इस संबंध में अभी अंतिम घोषणा नहीं की है.'
चटर्जी की मित्र एवं तृणमूल नेता बैसाखी बनर्जी भी भाजपा में शामिल हो गईं.
भाजपा में शामिल हुए सोवन चटर्जी, तृणमूल पार्टी से किया जाएगा निष्कासित - sovan chatterjee joins bjp
तृणमूल के विधायक सोवन चटर्जी ने भाजपा का दामन थाम लिया. उनके इस फैसले से तृणमूल को बड़ा झटका लगा है. उनको तृणमूल कांग्रेस से निष्कासित किया जा सकता है. पढ़ें पूरी खबर...
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गौरतलब है कि मई में लोकसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद से तृणमूल कांग्रेस के छह विधायकों, कांग्रेस और माकपा के एक-एक विधायक ने भाजपा का दामन थाम लिया था. साल 2021 में होने वाले राज्य में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भगवा पार्टी अपनी शक्ति को बढ़ाने के लिए प्रतिद्वंद्वी पार्टी के नेताओं को लुभाने की कोशिश कर रही है.
विदित हो कि भाजपा ने लोकसभा चुनावों में पश्चिम बंगाल में 42 लोकसभा सीटों में से 18 सीटों पर जीत दर्ज की थी.
तृणमूल के नेताओं के अनुसार बनर्जी ने चटर्जी के राजनीतिक करियर को आकार देने में अहम भूमिका निभाई थी.
2016 विधानसभा चुनाव में पार्टी की जीत के बाद उन्हें तीन अहम विभाग सौंपे गए थे. चटर्जी के निजी जीवन में परेशानियों के चलते पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पिछले साल नवंबर में उनसे तृणमूल कांग्रेस सरकार में मंत्री और कोलकाता के महापौर दोनों पदों से इस्तीफा देने के लिए कहा था.
नई दिल्ली में शीर्ष भाजपा नेताओं के साथ पार्टी मुख्यालाय में बैठे चटर्जी ने राज्य में हुए 2018 पंचायत चुनाव में 'हिंसा और अलोकतांत्रित वातावरण' की निंदा की.
चटर्जी, भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के वरिष्ठ नेता मुकुल रॉय और महासचिव अरुण सिंह की उपस्थिति में पार्टी में शामिल हुए.
चटर्जी का स्वागत करते हुए रॉय ने कहा कि वह उन नेताओं में से एक हैं जिन्होंने मुख्यमंत्री पद के लिए बनर्जी के उदय में बड़ा योगदान दिया है.
पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि चटर्जी के शामिल होने से पार्टी मजबूत होगी और उन्होंने दावा किया विधायकों समेत बनर्जी की पार्टी के कई अन्य नेता भी भगवा दल में शामिल होंगे.
घोष ने मीडिया से कहा, 'हम चटर्जी का पार्टी में स्वागत करते हैं. उनके शामिल होने से भविष्य में पार्टी और मजबूत होगी.