25 जून 1975 को देश में आपातकाल की घोषणा हुई थी. इसके बाद देश भर में अखबारों और आकाशवाणी पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया था. आंदोलन के सेनानियों को आपातकाल के दौरान जिस तरह से यातनाएं दी गईं, इसको याद कर तब के सेनानी आज भी सिहर उठते हैं और उनके आंखों में आंसू भर जाते हैं.
6. इमरजेंसी के 45 साल : जेपी के शिष्यों ने उनके सपनों को तार-तार किया
25 जून 1975 को ही देश में आपातकाल लागू किया गया था. इसके विरोध में जयप्रकाश नारायण ने आंदोलन शुरू किया था. इसे याद करते हुये समाजवादी नेता विक्रम कुंवर कहते हैं कि छात्रों ने जिस मुद्दे को लेकर आंदोलन शुरू किया था, वो स्थिति अभी भी जस की तस बनी हुई है. अब तक कुछ भी बदलाव नहीं हुआ है.
7. बरसात में बढ़ते हैं डेंगू के मच्छर, आसपास जमा न होने दें पानी
बरसात का मौसम आने के साथ ही मच्छर के काटने से जानलेवा डेंगू बुखार होने का खतरा बढ़ रहा है. यह मच्छर जमा हुए पानी (जैसे बाल्टी, ड्रम, फूलदान, कुएं और पेड़ के छेद) में ज्यादा होते हैं. वर्तमान में शहरीकरण के साथ मच्छरों ने खुद को इस वातावरण के अनुकूल कर लिया है. अब शहरी घरों में भी ये मच्छर आसानी से पाए जाते हैं.
8. आपातकाल के 45 साल : स्वतंत्र भारत के सबसे विवादास्पद दौर पर एक नजर
25 जून 2020 यानी आज देश की तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा लगाई गई इमरजेंसी की 45वीं वर्षगांठ है और इस लेख में ईटीवी भारत ने उन घटनाक्रमों का उल्लेख किया है, जिसने इस विवादास्पद घटना को जन्म दिया था.
9. भारत में कोरोना : पिछले 24 घंटे में 418 की मौत, रिकॉर्ड 16,922 पॉजिटिव केस
कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण के कारण भारत में पिछले 24 घंटे में 418 लोगों की मौत हुई है. देशभर में मृतकों का कुल आंकड़ा 14,894 तक पहुंच गया है
10. अहमदाबाद : डायपर फैक्ट्री में लगी आग 24 घंटे बाद भी नहीं बुझी
गुजरात में साणंद औद्योगिक क्षेत्र के एक कारखाने में भयंकर आग लग गई, जिसपर 24 घंटे बाद भी काबू नहीं पाया जा सका है. फिलहाल आग से किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है.