श्रीनगर : सेना के एक वरिष्ठ कमांडर ने यहां कहा कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में आतंकी 'लांच पैड' आतंकवादियों से 'पूरी तरह भरे हैं'. लेकिन उन्हें संघर्षविराम उल्लंघन की आड़ में भारत में घुसाने के पाकिस्तानी सेना के प्रयासों का जवाब 'कड़ाई और दंडात्मक' रूप से दिया जा रहा है.
लेफ्टिनेंट जनरल कंवलजीत सिंह ढिल्लों को विश्वास है कि आतंकवादियों को घाटी में घुसाने और शांति में खलल डालने के प्रयासों में पाकिस्तान सफल नहीं हो पाएगा.
ढिल्लों कश्मीर स्थित 15वीं कोर की रणनीतिक कमान के मुखिया हैं.उन्होंने कहा, ‘‘सुरक्षाबलों ने मत निर्माताओं और नागरिक संस्थाओं के परामर्शदाताओं सहित विभिन्न पक्षों के साथ समन्वय से काम कर कश्मीर घाटी में शांति को सुदृढ़ किया है.
रणनीतिक कमान के मुखिया के रूप में उनके कार्यकाल की शुरुआत काफी बड़ी चुनौती के साथ हुई और संबंधित पद पर उनके आसीन होने के एक सप्ताह के भीतर 14 फरवरी 2019 को राष्ट्र ने पुलवामा में एक बड़ा आत्मघाती हमला देखा जिसमें केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 40 कर्मी शहीद हो गए.
राजपूताना राइफल्स से ताल्लुक रखने वाले ढिल्लों नयी भूमिका में सही ढंग से ढले भी नहीं थे कि उन्होंने कायराना हमले के षड्यंत्रकारियों के खिलाफ समन्वित अभियान और नियंत्रण रेखा पर घटनाक्रमों की निगरानी शुरू कर दी जहां स्थिति हर रोज खराब हो रही थी.