नई दिल्ली: मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी ने सरकार पर पूर्व अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल इंदिरा जयसिंह को निशाना बनाने का आरोप लगाया है.
उन्होंने कहा कि सीबीआई की छापेमारी के दायरे में वरिष्ठ वकीलों का आना सरकार की मंशा पर सवाल खड़ा करता है.
सीबीआई ने विदेशों से मिले चंदे से जुड़े कानून (एफसीआरए) के उल्लंघन के एक मामले में बृहस्पतिवार को जयसिंह और उनके पति एवं वरिष्ठ वकील आनंद ग्रोवर के आवास और कार्यालयों पर छापेमारी की.
पढ़ें-SC जल्द करेगा अनुच्छेद 370 की वैधता को चुनौती देने वाली PIL पर सुनवाई
इस मामले में ग्रोवर द्वारा संचालित स्वयंसेवी संगठन लॉयर्स कलेक्टिव के दफ्तर पर भी छापेमारी की गई.
येचुरी ने ट्वीट कर कहा, 'इस मामले में कानून अपने तरीके से काम करेगा, लेकिन ख्याति प्राप्त-सम्मानित वकीलों को सरकार द्वारा अपनी जांच एजेंसियों के माध्यम से निशाना बनाये जाने से उसकी मंशा पर गंभीर सवाल उठते है.'
बता दें कि सीबीआई ने गृह मंत्रालय की शिकायत पर संगठन और ग्रोवर के खिलाफ इस मामले में प्राथिमकी दर्ज कर यह कार्रवाई की है. संगठन पर 2006-07 और 2014-15 में 32.39 करोड़ रुपये की विदेशी सहायता प्राप्त करने का आरोप है.