नई दिल्ली: बीजेपी नेता पर जूता फेंकने के आरोप में पकड़े गए शख्स शक्ति भार्गव को दिल्ली पुलिस ने रिहा कर दिया है. बीजेपी ने भार्गव के खिलाफ कोई औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं कराई. इसके बाद पुलिस ने देर शाम भार्गव को रिहा कर दिया.
इससे पहले भारतीय जनता पार्टी के दफ्तर में गुरुवार दोपहर प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान शक्ति भार्गव ने पार्टी प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा राव पर जूता फेंक दिया था. इसके बाद लोगों ने उसे पुलिस के हवाले कर दिया. हिरासत में पूछताछ के बाद पुलिस ने भार्गव को रिहा कर दिया.
जूता चलाने वाले शख्स का नाम शक्ति भार्गव है. वह पेशे से डॉक्टर बताया जात है. उसका क्लिनिक यूपी के कानपुर में है.
अभी तक यह नहीं पता चल पाया है, कि उसने किस वजह से जूता जलाया है. पूछताछ के बाद ही कोई स्पष्ट जानकारी निकलकर आ पाएगी. जिस वक्त उसने जूता फेंका, उस वक्त जीवीएल साध्वी प्रज्ञा को लेकर जानकारी दे रहे थे. उनके साथ वरिष्ठ भाजपा नेता भूपेन्द्र यादव भी मौजूद थे.
वैसे, डॉक्टर शक्ति भार्गव ने अपने फेसबुक पोस्ट में खुद को शक्ति ने व्हिसल ब्लोअर बताया है. उसने लिखा है कि भाजपा जब सत्ता में आई, तो प्रधानमंत्री ने कहा कि वह न खाएंगे और न खाने देंगे. लेकिन देश में अब भी भ्रष्टाचार चल रहा है. लोग खुदकुशी कर रहे हैं.
सुरक्षा में बड़ी चूक
पुलिस सूत्रों की माने तो यह घटना भाजपा मुख्यालय में सुरक्षा चूक का बड़ा नमूना है. एक शख्स प्रेस कांफ्रेंस तक जा पहुंचा और वहां प्रवक्ता पर जूता फेंक दिया. यह इसलिए भी बड़ी चिंता का विषय है क्योंकि यहां पर प्रधानमंत्री भी आते रहते हैं. ऐसे में सुरक्षा की चूक को लेकर पुलिस पर ही सवाल उठाए जा रहे हैं. पुलिस पूरे घटना को लेकर आरोपी से पूछताछ कर रही है. फिलहाल इस मामले में कोई एफआईआर दर्ज नहीं हुई है.