साहिबगंज: संथाल परगना के साहिबगंज जिले में राजमहल, राधानगर और उधवा प्रखंड बांग्लादेशी घुसपैठियों के लिए सेफ जोन बन गया है. यहां गंगा नदी में फेरी सेवा घाट के जरिए बांग्लादेशी बिना किसी रोकटोक के घुस आते हैं. इसके बाद रिश्वत के बदौलत वोटर कार्ड और राशन कार्ड जैसे दस्तावेज बनवाकर यहां की नागरिकता हासिल कर लेते हैं.
वोट बैंक के नाम पर कार्रवाई नहीं
स्थानीय मुरली तिवारी का कहना है कि यह लापरवाही झारखंड सरकार की है, जो वोट बैंक के नाम पर कोई कारवाई नहीं करती है. सरकार का कार्यकाल खत्म होने जा रहा है, लेकिन आज तक इस दिशा में कोई ठोस पहल झारखंड सरकार नहीं उठाई है.
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घुसपैठियों की घनी आबादीः अनंत ओझा
स्थानीय श्याम सुंदर पौद्दार का कहना है कि बॉर्डर के दोनों तरफ के मुसलमानों का वेश-भूषा एक जैसा है. इसलिए सही और गलत का निष्पक्ष जांच झारखंड सरकार की तरफ से होनी चाहिए. वहीं राजमहल विधायक अनंत ओझा का कहना है कि साहिबगंज जिला कोई धर्मशाला नहीं है, जो आया और बस गया. उन्होंने कहा कि ये घुसपैठिए एक घनी आबादी का रूप ले चुके हैं. यह जांच का विषय है.
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पहचान कर कार्रवाई जारी
जिले के उपायुक्त ने बताया कि बांग्लादेशी घुसपैठी के संबंध में सरकार की तरफ से कोई निर्देश नहीं आया है, फिर भी जिला प्रशासन का जो दायित्व है वह कर रहे हैं. दूसरे राज्यों से लोगों का आना और गलत तरीके से बस जाना ये गलत है. इसे पहचान कर कार्रवाई की जाती है.