नई दिल्ली/बैंकाकः भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने शुक्रवार सुबह बैंकॉक में अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो से मुलाकात की. इस मुलाकात में दोनों राष्ट्रों के प्रतिनिधियों के बीच द्विपक्षीय वार्ता हुई.. उन्होंने इस दौरान कश्मीर मसले पर भारत का रूख साफ कर दिया.
विदेश मंत्री जयशंकर ने पोम्पिओ से कहा कश्मीर पर वार्ता की यदि जरूरत पड़ी, तो यह केवल पाकिस्तान से होगी और सिर्फ द्विपक्षीय होगी. बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कश्मीर को लेकर एक बार फिर बयान दिया है. उनका कहना है कि अगर मोदी चाहे तो वे मध्यस्थता के लिए तैयार हैं.
गौरतलब है कि इससे पहले एस. जयशंकर ने बैंकाक में वियतनाम के विदेश मंत्री फाम बिन्ह मिन्ह से मुलाकात की थी. थाइलैंड में इस बार हो रहे आसियान शिखर सम्मेलन का थीम 'साझेदारी और सतत विकास' है. इसमें आम हित के आधार पर आसियान देशों के सहयोग पर जोर दिया गया है.
बता दें विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बृहस्पतिवार को यहां चीन, जापान, ब्रिटेन, न्यूजीलैंड और अन्य देशों के अपने समकक्षों से हिंद-प्रशांत तथा नौवहन साझेदारी सहित प्रमुख मुद्दों पर चर्चा की.
विदेश मंत्री एस. जयशंकर आसियान-भारत मंत्रीस्तरीय बैठक, 10वें मेकांग गंगा सहयोग (एमजीसी), नौवें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन (ईएएस) और 26 वें आसियान क्षेत्रीय मंच समेत कई क्षेत्रीय मंचों की बैठकों में शिरकत करने हेतु थाई राजधानी बैंकॉक में हैं.
चीन के अपने समकक्ष वांग यी से मिले
उन्होंने चीन के अपने समकक्ष वांग यी के साथ ‘समग्र बातचीत’ की तथा ब्रिटेन के नये विदेश मंत्री डोमनिक राब से भी मुलाकात की.
इस साल बाद में होने वाली चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग की भारत यात्रा की तैयारियों को अंतिम रूप देने के लिए अपनी आगामी चीन यात्रा का उल्लेख करते हुए जयशंकर ने कहा, बीजिंग में इसे जारी रखने के प्रति आशान्वित हूं.
चिनफिंग अपनी इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ दूसरी अनौपचारिक शिखर बैठक करेंगे.
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