हैदराबाद : भाजपा के वरिष्ठ नेता राम माधव ने इस बात पर जोर दिया कि संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) देश के किसी नागरिक के खिलाफ नहीं है और कानून का विरोध कर रहे विपक्षी दलों को इस विषय की पर्याप्त जानकारी नहीं है.
माधव ने सीएए का विरोध करने वाले दलों पर कानून के तथ्यों से वाकिफ नहीं होने का आरोप लगाते हुए कहा, 'वे तथ्यों को जानने का प्रयास भी नहीं करते. इसलिये वे लोगों को गुमराह करने का प्रयास करते हैं.'
माधव ने यहां उस्मानिया विश्वविद्यालय में 'संशोधित नागरिकता कानून पर चर्चा' के दौरान कहा कि जैसे पहले हम 'वाटरप्रूफ' घड़ियां इस्तेमाल करते थे, उसी प्रकार ये दल ज्ञान रोधी हैं.
उन्होंने यह भी कहा कि देश की नागरिकता हासिल करने के लिये कुछ नियम हैं, जिसके तहत अखिल भारतीय कांग्रेस समिति अध्यक्ष सोनिया गांधी और गायक अदनान सामी भारतीय नागरिक बने हैं.
भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि विपक्षी दल या सीएए का विरोध कर रहे लोग सांप्रदायिक आधार पर देश को बांटने की कोशिश कर रहे हैं, क्योंकि वे राजनीतिक मोर्चे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सामना नहीं कर सकते.
संशोधित नागरिकता कानून में दिसंबर 2014 से पहले पाकिस्तान, आफगानिस्तान और बांग्लादेश से धार्मिक प्रताड़ना की वजह से भारत आए वहां के अल्पसंख्यकों को भारतीय नागरिकता देने का प्रावधान है.
उनके मुताबिक बांग्लादेश द्वारा खुद को इस्लामी राष्ट्र घोषित किये जाने और उसके बाद की गतिविधियों के कारण वहां से बड़ी संख्या में हिंदू, बौद्ध और ईसाई भारत आए और बीते कई दशकों से रह रहे हैं.