भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि जिस तरह से गांधीजी ने अंग्रेजों को भगाने के लिए चरखे को एक प्रतीक बनाया, ठीक उसी तरह पीएम मोदी ने दीये को सामाजिक चेतना का प्रतीक बनाया. त्रिवेदी ने कहा कि क्या सामाजिक मनोविज्ञान और राजनीतिक मनोविज्ञान हम नहीं समझते ? मैं पूरे सम्मान के साथ कह रहा हूं कि क्या लोग इतिहास भूल गए ? क्या वे बता सकते हैं कि चरखा चलाने से अंग्रेज भाग जाते. ये तो प्रतीक भर था.
त्रिवेदी आप सांसद संजय सिंह से उस हमले का जवाब दे रहे थे, जिसमें उन्होंने पीएम मोदी द्वारा थाली और दीए जलाने के लिए लोगों का आह्वान किया था. सिंह ने कहा कि इससे कोरोना भागा नहीं. क्या थाली पीटने से कहीं कोरोना भागता है.