अंबाला : फ्रांस की रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ली ने कहा कि भारतीय वायुसेना के बेड़े में राफेल लड़ाकू विमानों के शामिल होने के बाद भारत को अपने लोगों की रक्षा करने में समूचे क्षेत्र पर बढ़त मिलेगी. पार्ली ने विमानों को वायुसेना में शामिल करने के कार्यक्रम को दोनों देशों के बीच रिश्तों की मजबूती का प्रतीक बताया.
भारतीय वायुसेना में पांच राफेल विमानों को शामिल करने के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में पार्ली ने कहा कि भारत और फ्रांस दोनों देश रक्षा संबंधों में एक नया अध्याय लिख रहे हैं. भारत को 36 राफेल विमानों की आपूर्ति करने वाले कार्यक्रम के कई मायने हैं.
पार्ली ने कहा कि सैन्य संदर्भ में देखें तो इसका अर्थ है कि भारत विश्व स्तरीय क्षमता हासिल कर लेगा, जो सचमुच दुनिया में सर्वश्रेष्ठ में से एक होगी और आपकी वायुसेना को अविश्वसनीय संप्रभुता संपन्न अस्त्र देगा. राफेल का साहित्यिक अर्थ आंधी का झोंका या आग का गोला है. दोनों ही शब्द विश्वसनीय क्षमता को व्यक्त करते हैं. यह दोनों देशों के बीच के मजबूत रिश्तों का एक प्रतीक भी है. उन्होंने भारत की मेक इन इंडिया योजना के लिए फ्रांस के समर्थन को भी व्यक्त किया.
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उन्होंने कहा कि हम मेक इन इंडिया पहल के साथ-साथ अपनी वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं में भारतीय विनिर्माताओं को आगे भी शामिल करने के प्रति पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं. उन्होंने कहा कि कई साल से फ्रांस के उद्योग के लिए मेक इन इंडिया एक वास्तविकता रही है, खासकर पनडुब्बियों जैसे रक्षा उपकरणों में. फ्रांस की कई कंपनियां और डिजाइन कार्यालय अब भारत में स्थापित हो गए हैं. अब मुझे उम्मीद है कि अन्य भी अपने समर्थन और सेवा की पेशकश करने के लिए आएंगे. बाद में अपने भारतीय समकक्ष राजनाथ सिंह के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में पार्ली ने कहा कि इस कार्यक्रम ने 1998 में हुई रणनीतिक साझेदारी में एक कदम आगे बढ़ाया है.
रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ली ने कहा कि फ्रांस और भारत के बीच रणनीतिक साझेदारी साझा मूल्यों और मित्रता पर आधारित है जो कई दशकों में विकसित हुई है. भारत की आजादी से ही दोनों लोकतंत्र बहुत करीब से सहयोग कर रहे हैं. फ्रांस अच्छे और बुरे वक्त में भारत के साथ खड़ा रहा है.
फ्रांसीसी रक्षा मंत्री ने कहा कि दोनों देशों ने कोविड-19 स्वास्थ्य संकट का प्रबंधन करने में एक दूसरे की मदद करके एकजुटता दिखाई है. उन्होंने पत्रकारों से कहा कि जब फ्रांस में महामारी अपने चरम पर थी तब भारत ने जरूरी दवाएं भेजकर हमारी मदद की थी. पार्ली ने कहा कि फ्रांस ने आईसीयू में भर्ती मरीजों के लिए हाल में चिकित्सा उपकरण भारत भेजे हैं.