पटना :बिहार पुलिस ने चर्चित सोना लूटकांड मामले का खुलासा कर दिया है.दरअसल 12 नवंबर को बिहार के गढ़हरा ओपी क्षेत्र के ठाकुरीचक में अपराधियों ने दो सोना व्यवसायियों और उनके ड्राइवर को गोली मारकर कर लूट की वारदात को अंजाम दिया था. इस घटना में दोनों व्यापारी घायल हो गए थे, वहीं ड्राइवर की मौत हे गई थी.
मामले की जांच करते हुए बिहार पुलिस ने चार अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है. जिनके पास से 14 किलो 700 ग्राम सोने की बरामदगी की गई है. पुलिस ने अभियुक्तों के पास से लूट में प्रयोग की गई बाइक, दो देसी कट्टा और 13 जिंदा कारतूस भी बरामद किया है.
ईटीवी भारत से बात करते बेगूसराय के डीआईजी राजेश कुमार इस मामले की मॉनिटरिंग खुद एसपी अवकाश कुमार और डीआईजी राजेश कुमार कर रहे थे. इसके लिए उन्होंने एक एसआईटी टीम का गठन भी किया था, जो लगातार पूरे घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए थी. पुलिस के अनुसार यह एक ब्लाइंड केस था, जिसे डिटेक्ट करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा.
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एफआईआर में दर्ज था 9 किलो 600 ग्राम गोल्ड
इस लूट कांड में शामिल पुलिसकर्मियों को बेगूसराय के डीआईजी ने सम्मानित करने की बात कही है. बेगूसराय खगड़िया के डीआईजी राजेश कुमार ने शुक्रवार को एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि पुलिस इस घटनाक्रम के तमाम बिंदुओं पर जांच कर रही है. उन्होंने बताया कि लूटकांड के बाद पीड़ित ने मात्र 9 किलो 600 ग्राम सोना के लूट का मामला दर्ज करवाया है, जबकि अपराधियों के पास से 14 किलो 700 ग्राम सोना बरामद कर लिया है.
होगी हर बिंदुओं पर जांच- डीआईजी
राजेश कुमार का कहना है कि पुलिस इस मामले की भी जांच करेगी कि व्यवसायियों ने किस परिस्थिति में एफआईआर में कम सोना दर्शाया था. इस लूटकांड का पर्दाफाश करते हुए डीआईजी ने कहा है कि इस मामले में गिरफ्तार अपराधियों को स्पीडी ट्रायल चलाकर फांसी की सजा दिलाने की कोशिश की जाएगी. उन्होंने बताया कि लूट के माल को अलग-अलग घरों में छिपाकर रखा गया था. सोना लूट कांड में आकाश कुमार, कंचन पासवान, शिवम कुमार और राजेश कुमार की गिरफ्तारी की गई है.