नोएडा : दुनिया का सबसे बड़े 'चरखे' का वजन 1,650 किलोग्राम है. इस चरखे को प्लास्टिक कचरे से बनाया गया है. इस चरखे को लगाने का मकसद प्रतिबंधित प्लास्टिक का उपयोग नहीं करने का संदेश देना है.
चरखे को नोएडा सेक्टर 94 में महामाया फ्लाईओवर के पास बनाया गया है. 14 फीट ऊंचा और 20 फीट लंबा ये चरखा दुनिया में सबसे बड़ा है. चरखे की मोटाई आठ फीट है. महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के अवसर पर इस चरखे का अनावरण किया गया था. केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति इरानी ने चरखे का उद्घाटन किया था.
चरखे के अनावरण के मौके पर बीजेपी सांसद महेश शर्मा, विधायक पंकज सिंह और नोएडा विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ऋतु माहेश्वरी भी मौजूद रहे.
ऋतु माहेश्वरी ने बताया, यह पहली बार है कि इतना बड़ा चरखा बनाया गया है, और इसका उद्घाटन 2 अक्टूबर को किया गया था. उन्होंने कहा कि दो अक्टूबर के दिन ही इसे इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स द्वारा मान्यता प्राप्त हुई थी.
उन्होंने कहा, कि यह चरखा एशिया बुक ऑफ़ अवार्ड्स द्वारा स्वीकार किया गया है. इस चरखे पर करीब 1,300 किलो प्लास्टिक कचरे का इस्तेमाल किया गया है.
इस पहल का उद्देश्य एकल-उपयोग वाले प्लास्टिक के हानिकारक प्रभावों के बारे में जागरूकता फैलाना है, और लोगों को प्लास्टिक को रिसाइकल करने और इसका बेहतर उपयोग करने के लिए प्रेरित करना है. प्लास्टिक कचरे से बना चरखा इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज कराने में सफल रहा है.
लोगों को प्रदूषण के प्रति जागरूक करने और 'सिंगल यूज प्लास्टिक' को रोकने के लिए सरकार ने यह कदम उठाया है.
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