तिरुवनन्तपुरम : नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने गर्भवती हाथिनी की मौत के मामले में एक समिति गठित की और एक महीने में रिपोर्ट देने का आदेश दिया है.
दरअसल केरल की साइलेंट वैली में एक 15 वर्षीय हाथिनी ने भूख मिटाने के लिए अनानास खाने की कोशिश की. अनानास पटाखों से भरा था, जो मुंह लगाते ही फट गया. इससे हथिनी की मौत हो गई. इस मामले को नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने संज्ञान लिया और सुनवाई के दौरान, न्यायमूर्ति रामकृष्णन की विशेष पीठ और विशेषज्ञ सदस्य साईबल दासगुप्ता ने वन्यजीवों की रक्षा करने के लिए आदेश जारी किए.