भिंड। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजनाएं जमीन पर कितनी कारगर साबित हो रही हैं. इसकी बानगी भिंड में देखने को मिली, जहां शौचालय के अभाव में नव दंपति अलग होने की कगार पर खडे़ हैं. भले ही सरकारी फाइलों में गांव के गांव खुले में शौच मुक्त हो गये हैं, पर ज्ञानेंद्र पुरा निवासी विवेक पवैया के घर की स्थिति और उसकी माली हालत देखकर ऐसी योजनाओं के होने का भ्रम भी टूट गया है.
भ्रम इसलिए टूटा क्योंकि शौचालय नहीं होने की वजह से तीन दिन में ससुराल से जाने वाली बहू अब आने को तैयार नहीं है. ज्योति की इस पहल का मायके वालों ने भी समर्थन किया और दो टूक कह दिया कि घर में शौचालय बनवाओ, तभी बेटी विदा करूंगा.
ज्योति को मनाने की गरज से पति ज्ञानेंद्र कई बार ससुराल भी गया, लेकिन उसे भी निराशा ही हाथ लगी. फुट कस्बा निवासी ज्योति की शादी ज्ञानेंद्र पुरा निवासी विवेक पवैया के साथ 6 मई 2019 को हुई थी, शादी के बाद ज्योति खुशी-खुशी मायके से विदा होकर ससुराल पहुंची, लेकिन ससुराल में शौचालय की कमी ने उसके सपनों को चूर-चूर कर दिया. अब वो ससुराल जाने को तैयार नहीं है.