नई दिल्ली/ह्यूस्टन: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका के दौरे पर ह्यूस्टन पहुंच गए हैं. प्रधानमंत्री ने अपने अमेरिका दौरे के पहले दिन ऊर्जा क्षेत्र की कंपनियों के सीईओ राउंड टेबल में शिरकत की. इस दौरान ह्यूस्टन में एनर्जी सेक्टर के सीईओ पांच मिलियन टन के एलएनजी के लिए एमओयू साइन किया है.
दरअसल, विदेश मंत्रालय ने तेल कंपनियों के सीईओ के साथ गोलमेज सम्मेलन के दौरान महत्वपूर्ण करारों की जानकारी दी. बहरहाल, अमेरिका पहुंचने पर पीएम नरेंद्र मोदी ह्यूस्टन के होटल पोस्ट ओक में रुके हुए हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका पहुंचने पर बैठक में क्रमवार महत्वपुर्ण विषयों पर चर्चा की:-
- राउंडटेबल में 17 वैश्विक ऊर्जा कंपनियों के सीईओ ने बैठक में भाग लिया. इन सभी कंपनियों की 150 देशों में उपस्थिति है. जिनका संयुक्त निवेश एक ट्रिलियन $ मूल्य है.
- इन सभी कंपनियों की भारत के साथ जुड़ाव और उपस्थिति भी है.
- इस बैठक का उद्देश्य रणनीतिक ऊर्जा साझेदारी के हिस्से के रूप में ऊर्जा सहयोग को और मजबूत करना है.
- सभी कंपनियों के सीईओ ने भारत में अपने कार्य विस्तार के बारे में बात की. उन्होंने ईज ऑफ डूइंग बिजनेस की दिशा में सरकार के प्रयासों की सराहना की. इस क्षेत्र में सुधार की दिशा में उठाए गए कदम, सुधारों और नीतियों का समर्थन किया और भारतीय अर्थव्यवस्था पर उत्साहित थे.
- सीईओ सरकार के समर्थन और सुविधा के लिए आभार जताया.
- बैठक में ह्यूस्टन आधारित ऊर्जा प्रमुख और पेट्रोनेट एलएनजी के टेल्यूरियन के बीच एक समझौता पर हस्ताक्षर (MoU) किए गया. पेट्रोनेट भारत में $ 2.5 बिलियन का निवेश करेगा. पांच मिलियन मीट्रिक टन के 40 वर्ष तक निर्यात करेगा.