नई दिल्ली: 2 अक्टूबर के दिन का भारत के इतिहास में एक खास महत्व है. स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस की तरह 2 अक्टूबर को भी राष्ट्रीय पर्व का दर्जा हासिल है. यह दिन देश की दो महान विभूतियों के जन्मदिन के तौर पर इतिहास के पन्नों में दर्ज है. एक तो राष्ट्रपिता महात्मा गांधी तो वहीं दूसरे 'जय जवान, जय किसान' का नारा देने वाले भारत के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री.
लाल बहादुर शास्त्री ने भारत की आजादी के लिए एक बहुत अहम भूमिका निभाई. पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री का जन्म 2 अक्टूबर 1904 को हुआ. उनकी सादगी और विनम्रता के लोग कायल थे. 1965 के भारत पाक युद्ध के दौरान दिया गया 'जय जवान जय किसान' का उनका नारा आज के परिप्रेक्ष्य में भी सटीक और सार्थक बैठता है.
लाल बहादुर शास्त्री आजाद भारत के दूसरे प्रधानमंत्री बने. उनका जीवन हर युवा को संघर्ष करने की प्रेरणा देता है. उनका जीवन यह संदेश देता है कि भले ही आपका जीवन अभावों में बीते मगर आपको सफल और काबिल बनने से कोई रोक नहीं सकता.