नई दिल्ली: धोखाधड़ी के मामले में एक युवक को दिल्ली पुलिस ने के बाबा हरिदास नगर से गिरफ्तार किया. युवक पर विधवा महिला को बच्चा दिलाने के नाम पर झांसा देना का आरोप है.
दरअसल दिल्ली पुलिस टीम ने आरोपियों को उस दौरान पकड़ा, जब ये लोग पुलिस से बचने के लिए अपना घर छोड़ कर भागने कि फिराक में थे. ठगी के जांच के दौरान एसीपी नजफगढ़ विजय सिंह यादव की देखरेख में एसएचओ सीआर मीणा की पुलिस टीम ने बागपत में हुई एक हत्या का मामला भी सुलझा लिया है. पुलिस ने इनके पास से 10 हजार रुपये, 2 मोबाइल और पीड़ित महिला के प्रॉपर्टी के कागजात बरामद कर लिए हैं.
पीड़ित महिला ने युवक से बच्चा गोद लेने की बात की
द्वारका डीसीपी एंटो अल्फोंस के अनुसार अगस्त महीने में पीड़ित विधवा महिला ने एक आदर्श नाम के युवक से मिलकर बच्चा गोद लेने की बात की थी. जिसके बाद युवक ने महिला को बताया कि उसकी मां एक संस्था में काम करती है. जिसकी मदद से उसे आसानी से एक बच्चा मिल जाएगा.
विधवा महिला की चाहत पूरी करने का दिया आश्वासन
उसके बाद प्रदीप कुमार उर्फ राज और प्रदीप कुमार की पत्नी और उनके बेटे आदर्श ने विधवा महिला से बात की और उसे आश्वासन दिया कि वह लोग उसकी चाहत को जरूर पूरा करेंगे.
बच्चे के नाम पर लाखों की धोखाधड़ी पीड़िता से पैसे, एटीएम, प्रॉपर्टी के कागजात और उसके गहने लिए
इसी के चक्कर में उन्होंने महिला से 52 हजार रुपये बतौर प्रोसेसिंग फीस, एटीएम और महिला के प्रॉपर्टी के कागजात और उसके गहने भी ले लिए. सिर्फ इतना ही नहीं पीड़ित विधवा महिला ने खुद से भी उन तीनों को गिफ्ट और कपड़े भी दिए. जिसके बाद प्रदीप कुमार ने संस्था का फर्जी मैनेजर बनकर विधवा महिला से बात की. और दूसरे युवक को पीड़ित महिला का वेरिफिकेशन करने के लिए भेजा कि क्या वो बच्चा गोद लेने के काबिल है या नहीं. उसी दौरान उन लोगों ने महिला को यह निर्देश भी दिया कि जब तक बच्चा गोद लेने की प्रक्रिया पूरी नहीं हो जाती, तब तक वह अपने बैंक से किसी भी प्रकार का लेने देन न करें.
पुलिस ने 5 मोबाइल नंबरों की जांच की
जब महिला को इस चीटिंग के बारे में पता चला तो उसने तुरंत पुलिस में इस मामले की शिकायत दर्ज कराई. जिसके बाद एसीपी नजफगढ़ विजय सिंह यादव की देखरेख में, एसएचओ बाबा हरिदास नगर सी आर मीणा, एसआई नरेश कुमार, हेड कांस्टेबल दिलराज और कॉन्स्टेबल शक्ति की टीम ने टेक्निकल सर्विलांस के आधार पर 5 मोबाइल नंबरों की जांच की.
एक शख्स की हत्या का हुआ खुलासा
जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि इन लोगों ने किसी कृष्ण लाकड़ा नाम के शख्स की भी हत्या की है. जिसके बाद पुलिस टीम से मिली एक इनफॉर्मेशन के आधार पर, फर्जीवाड़ा करने वाले तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया, और उनसे पूछताछ की.
इन लोगों ने बताया कि उन्होंने कृष्ण लाकड़ा को इसलिए मारा था, क्योंकि उसे भी इस चीटिंग के बारे में पता लग गया था और वह अपना मुंह बंद करने के लिए एक लाख रुपये की मांग कर रहा था. इसलिए प्रदीप उर्फ राज कृष्ण को शराब पिलाकर यूपी के बागपत में ले गया और वहां उसकी हत्या कर उसकी बॉडी गन्ने के खेत में फेंक दी थी.